GWALIOR. ग्वालियर के डबरा में एक संस्था के पर्चे छपवाकर सामूहिक विवाह सम्मेलन के नाम पर 2 लोगों ने लाखों रुपए ठग लिया। वहीं, जब वर-वधु पक्ष विवाह सम्मेलन की तय तारीख एवं स्थान पर विवाह के लिए पहुंचा तब परिवार को ठगी का एहसास हुआ। मौके पर खाली पड़ा मैदान देखकर लड़की के पिता के तो होश उड़ गए। कर्जा लेकर जैसे-तैसे मैरिज गार्डन से बेटी को विदा किया। पीड़ित परिवार थाने पहुंचा जहां पुलिस ने लिखित शिकायत पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
संस्था के नाम पर पर्चे छपवाकर ठगी
डबरा निवासी भीमशरण गौतम और बब्लू पाराशर ने संकल्प बंधन संस्था के नाम का सहारा लेकर सामूहिक विवाह करवाने के पर्चे छपवाए। पर्चे पढ़कर कई परिवारों ने सामूहिक विवाह करवाने के लिए संपर्क किया। विवाह करवाने और सामान देने के नाम पर प्रत्येक परिवार से 1 लाख 80 हजार रुपए तक लिए।
शादी करने आए तो देखा मैदान खाली
उत्तर प्रदेश से राजेश अपने परिवार के साथ बेटी का सम्मेलन से विवाह करने के लिए डबरा पहुंचा। वर और वधु पक्ष निर्धारित समय और स्थान पर पहुंचे तो वहां कोई आयोजन होता नहीं मिला। परेशान पिता ने आयोजनकर्ताओं को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाए। पर्चों पर छपे संस्था के नंबर पर फोन लगाया तब उन्हें ठगी का पता चला।
फिर, मैरिज गार्डन से करवाया विवाह
भिंड जिला निवासी करन नामदेव और उत्तर प्रदेश के बांधा जिला के निवासी प्रियंका नामदेव की शादी 6 जून को होनी थी। वधु पक्ष ने जब अपने साथ ठगी की जानकारी रिश्तेदारों की दी तब फिर रिश्तेदारों की मदद से डबरा में एक मैरिज गार्डन किराए पर लेकर बच्ची को शादी कर विदा किया। राजेश ने डबरा थाना में अपने साथ हुई ठगी की लिखित शिकायत दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
कार्यालय खोलकर दे रहे ठगी को अंजाम
विवाह सम्मेलन कराने के नाम पर बाकायदा एक कार्यालय खोला गया था। उसमें एक लड़की को रिसेप्शन पर बैठाया गया। पुलिस ने जब उस लड़की से पूछताछ की तो उसने बताया कि और भी 6 जोड़े झांसी के है जिनकी भी शादी के लिए रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
शिकायत पर जांच पड़ताल शुरू कर दी
डबरा थाना प्रभारी केपी यादव ने बताया कि सामूहिक विवाह सम्मेलन के नाम पर एक संस्था के दस्तावेज कूटरचित करके ठगी का मामला सामने आया है। शिकायत पर जांच पड़ताल कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।