JHUNJHUNU. राजस्थान के झुंझुनूं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकार ने करीब 6 साल पहले मोबाइल दिए थे, लेकिन शुरुआती दिनों के अलावा उनका रिचार्ज अब तक नहीं करवाया गया है। इस दौरान ज्यादातर मोबाइल खराब हो गए हैं। कुछ लोग तो खुद ही अपना रिचार्ज करवा रहे हैं।
सरकार ने करवाए मोबाइल रिचार्ज
हाल में गहलोत सरकार ने फ्री मोबाइल वितरण किए और इसके साथ ही कई सुविधाएं देने का वादा किया। लेकिन लोग सवाल उठा रहे हैं कि 6 साल पहले भी दिए गए मोबाईल फोन का रिचार्ज तो सरकार ने करवाया नहीं है, तो इस बार अपने वादे कैसे पूरा करेगी। बता दें कि सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर होने वाले कामकाज को ऑनलाइन करने के लिए मोबाइल दिए थे। इसमें लोगों को एक जीबी डेटा फ्री दिया गया था। इसके साथ ही दो साल का रिचार्ज करवाने के लिए भी कहा था। लेकिन, एक बार मोबाइल देने के बाद फिर कभी मोबाइल देने या सही कराने पर विचार नहीं किया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय भी मिल रहा
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को समय पर मानदेय भी नहीं मिलता है। इस दौरान कार्यकर्ताओं को नए मोबाइल लेने और रिचार्ज करवाने में बजट खर्च हो जाता है। इसके साथ ही आंगनवाड़ी से जुड़ी चीजों को खरीदने में भी खर्च हो जाता है। झुंझुनूं में कुल आंगनबाड़ी केंद्र 1595 हैं, वहीं 1580 कार्यकर्ता मौजूद हैं।
बजट आने पर होगा रिचार्ज
6 साल पहले मोबाइल देने और फिर उनका रिचार्ज करवाने के मामले में उठ रहे सवालों पर महिला और बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बजट आने के बाद मोबाइल के रिचार्ज करवा दिए जाएंगे।