मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार, 2 सितंबर को प्रतापगढ़ के धरियावद पहुंचे। वहां हुए दुर्व्यवहार के मामले में पीड़ित महिला और उसके परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह की घटनाओं और इनमें लिप्त अपराधियों का कोई स्थान नहीं है। ऐसी दुखद और अमानवीय घटनाओं की एक स्वर में निंदा होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि इन अपराधियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।
ससुराल पक्ष का कृत्य निंदनीय, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की
इस दौरान सीएम गहलोत ने पीड़ित महिला को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रतापगढ़ घटना में पीहर और ससुराल के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों का कृत्य घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि घटना के संज्ञान में आते ही एडीजी क्राइम को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद पुलिस के आला अफसर घटनास्थल पर पहुंच गए थे तथा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में सभी आरोपियों को हिरासत में लिया।
कार्यक्रम कैंसिल कर पहुंचे
महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घूमने का यह मामला बड़ा मुद्दा बनते जा रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गंगापुर सिटी में अपनी सभा को कैंसिल किया और भीलवाड़ा से सीधे धरियावद पहुंचे तथा पीड़ित महिला से मुलाकात की।
लोगों ने दिखाए काले झंडे
हालांकि, सीएम गहलोत जब संबंधित गांव में पहुंचे तो वहां जनता के विरोध का सामना भी करना पड़ा। रास्ते में मौजूद लोगों ने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की।