/sootr/media/post_banners/c8ea8dbdebb896a4bab0f04baeeea9de00f3f60a6bddf712228c5aab43661f96.jpg)
BHOPAL. भोपालवासियों के लिए सुबह 11 बजे अच्छी खबर आने वाली है। स्वच्छता को लेकर किए गए कामों की दम पर भोपाल देश की सबसे साफ राजधानी घोषित हो सकती है। यानी हम क्लीनेस्ट स्टेट कैपिटल के सबसे बड़े दावेदार हैं। इसके अलावा भोपाल देश के सबसे साफ टॉप- 5 शहरों में भी सुमार हो सकता है। इससे पहले भोपाल साल 2017 और 2018 में लगातार देश के सबसे साफ शहरों में दूसरी रैंक हासिल कर चुका है। इसके पीछे स्वच्छता से जुड़े अफसरों का मानना है कि भोपाल में गीले, सूखे, मेडिकल समेत 5 तरह के कचरे की प्रोसेसिंग में बेहतर काम हुआ है। इसलिए रैंकिंग में सुधार होने की उम्मीद है।
भोपाल की पिछली रैंकिंग छठवीं
भोपाल की साफ शहरों में पिछली रैंकिंग छठवीं थी। इस बार राजधानी ने टॉप-5 में जगह बनाई है। रैंकिंग की घोषणा गुरुवार सुबह 11 बजे से नई दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में होगी। अवॉर्ड लेने के लिए महापौर मालती राय, निगम कमिश्नर नोबल फ्रैंक ए. समेत स्वच्छता टीम शामिल होगी। एक दिन पहले ही टीम नई दिल्ली पहुंच गई।
गीले-सूखे कचरे को लेकर निगम ने उठाए कारगार कदम
राजधानी में हर रोज औसत 800 टन कचरा निकलता है। इसमें 300 टन गीला और 500 टन सूखा कचरा रहता है। वहीं, मेडिकल वेस्ट भी निकलता है। गीले और सूखे कचरे को लेकर निगम ने काफी कारगार कदम आगे बढ़ाए। यही कारण है कि रैंकिंग में सुधार हो रहा है।
गार्बेज फ्री सिटी में फाइव स्टार रेटिंग
सफाई को लेकर भोपाल में लगातार दमदार काम हो रहा है। भोपाल को गार्बेज फ्री सिटी में 5 स्टार रेटिंग मिली थी। इस बार टॉप-5 और 7 स्टार रेटिंग मिल सकती है। इसके पीछे निगम के कई ऐसे काम, जो इस कैटेगिरी में शामिल हैं। इनमें सीएंडडी प्लांट, बायो सीएनजी और कचरे के बेहतर ढंग से निपटान किया जाना प्रमुख है। तत्कालीन निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी ने सीएंडडी प्लांट, बायो सीएनजी और चारकोल प्लांट को लेकर एजेंसियों से एग्रीमेंट किया था। इसके चलते अब इनका काम अंतिम दौर में है।
MP को स्वच्छता सर्वेक्षण में 6 नेशनल अवॉर्ड मिलेंगे
स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में मध्यप्रदेश को 6 नेशनल अवॉर्ड मिलेंगे। पिछली बार सफाई में सिक्सर लगाने वाला इंदौर फिर नेशनल अवॉर्ड की लिस्ट में शामिल हैं। भोपाल को बेस्ट कैपिटल सिटी या बेस्ट सस्टेनेबल कैपिटल अवार्ड भी मिल सकता है। वहीं, रैंकिंग भी सुधरने की उम्मीद है। पिछली बार छठीं रैंकिंग आई थी। अमरकंटक, महू और बुधनी भी नेशनल अवॉर्ड की कैटेगिरी में शामिल किए गए हैं। हालांकि, रैंकिंग और अवॉर्ड के बारे में 11 जनवरी को ही पता चल सकेगा। इस दिन दिल्ली में कार्यक्रम होगा। इंदौर स्वच्छता में लगातार 6 बार नंबर-1 रहा है। इस बार सातवें पॉजिशन पर आने की उम्मीद है। सभी छह अवॉर्ड राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पुरस्कार देंगी। राष्ट्रीय पुरस्कार के जोनल लेवल पर बुधनी का चयन किया गया है।