संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर विधानसभा चुनाव के टिकटों की दावेदारी चल रही है और इस दौरान एक नया चौंकाने वाला नाम आया है, गोपाल गोयल का। यह उद्योगपति है और वर्तमान में गुरूजी सेवा न्यास के प्रांतीय संयोजक हैं। इनकी दाल मिल है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से इनका नाम इंदौर विधानसभा एक के लिए आगे बढ़ाया गया है। इसके साथ ही विधानसभा चार के लिए भी यह नाम आगे बढ़ सकता है।
कौन है गोपाल गोयल
गोपाल गोयल बाल स्वयं सेवक हैं, यानी बचपन से ही संघ की शाखा में जा रहे हैं। वह संघ में कई पदों पर रहे हैं और सेवा भारती के काम को स्थापित करने का श्रेय भी इन्हें ही जाता है। वर्तमान में गुरूजी सेवा न्यास द्वारा इंदौर में बनाए जा रहे अस्पताल के काम का पूरा जिम्मा इन्हीं ने संभाला हुआ है। सौ करोड़ की लागत से यहां बन रहे कैंसर अस्पताल को भी यह देख रहे हैं। इंदौर में इनकी दाल मिल भी है।
क्यों आ रहा है इनका नाम
विधानसभा-1 में बीजेपी पिछला चुनाव हारी थी, अभी यहां से दावेदारी जता रहे दो बार के विधायक और 2018 का चुनाव हारे हुए सुदर्शन गुप्ता को लेकर नाराजगी बाहर आ रही है और कार्यकर्ता खिलाफत कर रहे हैं। वहीं यह विधानसभा ब्राह्मण समाज के साथ ही अग्रवाल, वैश्य समाज मतदाताओं से भी बाहुल्य है। इससे इन सभी को साधने में मदद मिलेगी, वहीं संघ का नाम होने से पार्टी गुटबाजी भी ठंडी पड़ेगी और गुप्ता को बदलने की मांग भी पूरी हो जाएगी। वहीं संघ की ओर से नया चेहरा भी आ जाएगा। साथ ही इनकी उम्र भी 57 साल ही है, ऐसे में उम्रदराज व्यक्ति भी नहीं हैं। इंदौर के बाल विनय मंदिर से स्कूल शिक्षा और गुजराती कॉमर्स कॉलेज से स्नातक डिग्री ली है।
इस विधानसभा से यह भी दावेदार
वहीं इस विधानसभा से अभी तक गुप्ता की दावेदारी ही मजबूत मानी जाती रही है, क्योंकि वह चुनाव प्रबंध संयोजक और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान के भी खास रहे हैं। वहीं गुप्ता के अलावा दावेदार टीनू जैन को माना जा रहा है, वहीं वर्तमान विधायक और साल 2003 में इसी विधानसभा से चुनाव जीत चुकी ऊषा ठाकुर भी फिर इसी विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहती हैं। साथ ही उद्योगपति योगेश मेहता भी दावेदारी जता रहे हैं।