मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान में एक तरफ कांग्रेस जहां मिशन रिपीट में जुटी हुई है और इसके लिए लोक-लुभावन घोषणाओं से लेकर पार्टी प्रत्याशियों के चयन में कड़ी स्क्रीनिंग तक के उपाय किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ निचले स्तर पर पार्टी की गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में भी ये स्थिति बनी हुई है जहां पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और पार्टी की ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा के बीच लंबे समय से चली आ रही अदावत अभी भी बनी हुई है और दिव्या मदेरणा ने हाल में एक सार्वजनिक सभा में ये खुलकर ऐलान कर दिया कि वे बद्रीराम जाखड़ के साथ मंच शेयर नहीं कर सकतीं।
कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं दिव्या
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले सप्ताह शनिवार को दिव्या मदेरणा के विधानसभा क्षेत्र ओसियां में पूर्व कांग्रेस नेता स्वर्गीय रणजीत सिंह की मूर्ति के अनावरण समारोह में आए थे, लेकिन विधायक दिव्या मदेरणा उस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आने के बावजूद कार्यक्रम में स्थानीय विधायक का मौजूद नहीं रहना चर्चा का विषय बना हुआ है। इस कार्यक्रम में पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ मुख्यमंत्री के साथ मंच पर मौजूद थे और जाखड़ और मदेरणा परिवार के बीच राजनीतिक अदावत के चलते ही दिव्या मदेरणा इस कार्यक्रम में नहीं पहुंची और अब उन्होंने सार्वजनिक तौर पर ऐलान भी कर दिया है कि वे बद्रीराम जाखड़ के साथ मंच शेयर नहीं कर सकती।
दिव्या मदेरणा का वीडियो वायरल
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा के ऐलान का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रही हैं कि कार्यक्रम पूरी तरह से उनके खिलाफ राजनीतिक जमावड़ा था। जो लोग मुझे और मेरी मां को अभद्र गालियां बोलें, मैं उनके साथ मंच शेयर नहीं कर सकती। ये जानकारी मैंने मुख्यमंत्री जी को भी बता दी थी कि डांवरा का राजनीतिक जमावड़ा दिव्या मदेरणा के खिलाफ किया गया था। जिन्होंने मुझे मेरी और मेरी मां को अपशब्द बोले, ऐसे बद्रीराम की हमने कोई गुलामी नहीं की है, जो मंच शेयर करूं। रणजीत सिंह जी सालों तक प्रधान रहे, उस सभा में परसराम मदेरणा की फोटो नहीं थी।
'हमारे परिवार ने मारवाड़ में कांग्रेस को दी मजबूती'
दिव्या मदेरणा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे परिवार ने मारवाड़ में कांग्रेस को मजबूती दी है। मेरी कांग्रेस के प्रति निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता। दिव्या मदेरणा ने आयोजन करने वालों को कांग्रेस की B टीम बताया और साफ कहा कि ये टीम 2008 से हमें हराने में लगी है, इसलिए इनके साथ नहीं बैठा जा सकता है। दिव्या ने कहा कि जब लोकसभा चुनाव था तो कांग्रेस ने इन्हें प्रत्याशी बनाया था। ओसियां में सभा होनी थी। मैंने तब भी मुख्यमंत्री जी और दिल्ली तक कहा था कि मैं इनके साथ नहीं बैठूंगी। मेरे इस संकल्प से मुख्यमंत्री भी अच्छी तरह से वाकिफ हैं।
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मदेरणा परिवार और बद्रीराम जाखड़ के बीच राजनीतिक दुश्मनी
दिव्या मदेरणा कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे परसराम मदेरणा की पोती और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की बेटी हैं। महिपाल मदेरणा अशोक गहलोत की पिछली सरकार में मंत्री थे, लेकिन एएनएम भंवरी देवी अपहरण हत्याकांड में आरोपी बनाए जाने के बाद उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था और अभी कुछ समय पहले उनका निधन हो गया। बद्रीराम जाखड़ मुख्यमंत्री के नजदीकी लोगों में माने जाते हैं, लेकिन मदेरणा परिवार और बद्रीराम जाखड़ के बीच लंबे समय से राजनीतिक शत्रुता है।