संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर गुरूसिंघ सभा के चुनाव के लिए सदस्यता फार्म का वितरण शुरू हो गया है। यह फार्म प्रिंटिंग प्रेस से शनिवार 10 जून सुबह 11.30 बजे करीब इमली साहिब गुरूद्वारे स्थित सभा के कार्यालय पर पहुंच गए। इसके बाद सभी गुरुद्वारों की कमेटी को सूचित कर फार्म देना शुरू कर दिया गया है। अभी 10 हजार फार्म आए हैं, वहीं कुल 30 हजार फार्म छपने के ऑर्डर दिए गए हैं। वहीं एक दिन पहले शुक्रवार को इस फार्म को लेकर रिंकू भाटिया समर्थक और मोनू भाटिया के समर्थकों के बीच घमासान हो गया।
रिंकू-मोनू के बीच इसलिए हुआ विवाद-
मप्र-छग केंद्रीय श्री गुरूसिंघ सभा प्रधान मोनू भाटिया की पैनल की ओर से आरोप लगाए गए कि फॉर्म छप गए हैं और जगजीत सिंह टूटेजा (सुग्गा) 10 हजार फार्म उठाकर ले गए हैं। फार्म पर बेजा कब्जा किया गया है और यह फार्म वापस नहीं आते हैं तो इसका विरोध किया जाएगा, यह चुनाव टालने की साजिश है और इस मामले में संबंधित पर FIR होना चाहिए। लेकिन पर्दे के पीछे कहानी अलग है। दरअसल, सरदार प्रिंटिग प्रेस के संचालक प्रीतम सिंह छाबड़ा की माताजी का स्वास्थ्य खराब है, लेकिन लगातार पैनलों द्वारा फार्म जल्दी देने के लिए उन्हें लगातार फोन कर परेशान किया जा रहा था। इसके चलते सेवादार जगजीत सिंह और प्रीतम सिंह की बात हुई और जगजीत ने कह दिया कि अब कोई फार्म का पूछे तो बोल देना जगजीत सिंह के पास है। प्रीतम सिंह ने यही बात बोल दी, जिस पर जगजीत सिंह उर्फ सुग्गा पर आरोप लगाए जाने लगे कि वह फार्म उठाकर ले गए हैं, जबकि फॉर्म तो सभी के सामने छपकर ही शनिवार सुबह 11.30 बजे पहुंचे हैं। मोनू की पैनल के समर्थक शनिवार को हस्ताक्षर कर फार्म भी लेकर चले गए हैं।
सदस्यता फार्म कब तक भरे जाएंगे? 13 अगस्त है चुनाव तारीख-
गुरूसिंघ सभा के चुनाव 13 अगस्त को प्रस्तावित है। लेकिन बताया जा रहा है कि सदस्यता फार्म भरने में अभी समय लगेगा और जुलाई अंत तक चलेगा, फिर ऐसे में कब मतदाता सूची फाइनल होगी और कब चुनाव की अन्य प्रक्रिया होगी? इसे लेकर असमंजस है, जिसके चलते माना जा रहा है कि चुनाव की तारीख भी बढ़ सकती है। उधर यह भी है कि जो साल 2012-13 के चुनाव के दौरान पहले ही सदस्यता फार्म भरकर सदस्य बन चुके हैं, क्या उन्हें फिर से फार्म भरना है क्या? यदि वह नहीं भरते हैं तो फिर सूची का मिलान किस तरह किया जाना है। उनसे भी फार्म भराए जाते हैं तो लंबा समय लगेगा। इन सभी असमंजस दूर करने के लिए 11 जून को चुनाव अधिकारियों की फिर बैठक प्रस्तावित है। इसमें इन सभी मुद्दों पर चर्चा कर इन मुद्दों को हल किया जाएगा।