![ग्वालियर EOW की गिरफ्त में रिश्वतखोर उपयंत्री, रोजगार सहायक से मांगी थी 25 हजार की रिश्वत, जानें पूरा मामला](https://img-cdn.thepublive.com/fit-in/1280x960/filters:format(webp)/sootr/media/post_banners/a84d1b095da9ea06c822c9b6b2feef51bc482e9eb0a07c9f13114a598b5ea224.png)
GWALIOR. ग्वालियर की ईओडब्ल्यू की टीम ने भिंड में रिश्वतखोर उपयंत्री को गिरफ्तार किया है। आरईएस के उपयंत्री को रोजगार सहायक से 25 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। उपयंत्री ने रोजगार सहायक से तालाब निर्माण कार्य मूल्यांकन और भुगतान के एवज में मांगी थी। जिसको लेकर रोजगार सहायक ने ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई थी।
रोजगार सहायक की शिकायक पर कार्रवाई
दरअसल, भिंड जिले की ग्राम पंचायत द्वार के गांव हार का पुरा के रोजगार सहायक संजीव सिंह गुर्जर ने ग्वालियर ईओडब्ल्यू को रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी, रोजगार सहायक ने शिकायत में बताया था कि की टीम ने बताया कि भिंड के ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के उपयंत्री दीपक गर्ग उनसे तालाब निर्माण कार्य का भुगतान करवाने के एवज में रिश्वत मांग रहा है। मामले में शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने रिश्वतखोर उपयंत्री को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया और गिरफ्तार कर लिया।
EOW ने उपयंत्री को रंगे हाथ किया गिरफ्तार
योजना के तहत रोजगार सहायक संजीव सिंह गुर्जर रिश्वत के रुपए देने के लिए लहार रोड पर रिलायंस पेट्रोल पंप के पास पहुंचा और उपयंत्री दीपक गर्ग से मिला। इसके बाद उपयंत्री दीपक गर्ग ने रोजगार सहायक संजीव सिंह के हाथों से रिश्वत के 25 हजार लिए तभी ईओडब्ल्यू की टीम ने उपयंत्री को रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम कार्रवाई करने के लिए उपयंत्री को देहात थाने लेकर आई है।
60 हजार रुपए में तय हुआ था सौदा
ईओडब्ल्यू ने मीडिया को बताया कि उपयंत्री दीपक गर्ग ने रोजगार सहायक संजीव सिंह गुर्जर से 75 हजार की रिश्वत मांगी थी और जिसके बाद दोनों के बीच सौदा 60 हजार में तय हुआ था, लेकिन संजीव सिंह रिश्वत नहीं देना चाहता था जिसके बाद उसने मामले में ईओडब्ल्यू से शिकायत की, उन्होंने बताया कि ईओडब्ल्यू ने टेप रिकॉर्डर देकर संजीव और उपयंत्री दीपक के बीच की रिश्वत लेनदेन की बातचीत रिकॉर्ड करवाई और इसके बाद दीपक को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल ईओडब्ल्यू की मामले में आगे की कार्रवाई करने में लगी हुई है।