Bhopal. भोपाल में रील लाइफ के हनुमान अब कांग्रेस के हनुमान बन गए हैं। आनंद सागर की रामायण में बजरंग बली का किरदार निभाने वाले बुधनी के विक्रम मस्ताल ने मीडिया से रुबरु होकर बीजेपी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। विक्रम ने कहा कि बीजेपी के मुंह में राम है लेकिन दिल में असुर है। मस्ताल ने कहा कि मैने कमलनाथ से अनुरोध किया कि इस सत्य के युद्ध में, इस न्याय के युद्ध में, जनता के सम्मान के युद्ध में मुझे भी अपने साथ जोड़ लीजिए। मैं इस भ्रष्ट और जनता पर अन्याय करने वाली सरकार से कहना चाहता हूं कि दुखिया को ना सताइए, दुखिया देगो रोए, दुखिया का जब मुखिया सुने, तब तेरी गति का होए।
- यह भी पढ़ें
छिंदवाड़ा से बहुत पीछे है बुधनी
विक्रम मस्ताल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 18 साल से मुख्यमंत्री हैं और बुधनी उनका विधानसभा क्षेत्र है फिर भी विकास में बहुत पीछे है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का क्षेत्र छिंदवाड़ा वर्तमान सीएम के क्षेत्र बुधनी से बहुत आगे है। बुधनी में भी छिंदवाड़ा मॉडल लागू होना चाहिए। मस्ताल ने कहा कि जब आईफा अवार्ड मप्र में आ रहा था तो सारे कलाकार बहुत खुश थे। हमें लग रहा था एक नये सूरज का उदय हो रहा है, मप्र में कोई तो है जिसने हम कलाकारों के बारे में सोचा। जब मुंबई-हैदराबाद में साथी कलाकार मुझसे कहते थे कि आपके मप्र में आईफा अवार्ड हो रहा है तो सुनकर मेरा सीना गर्व से चौडा हो जाता था।
बीजेपी ने लांच किया मूक एप
मस्ताल ने कहा कि बीजेपी ने एक नया एप लांच किया है जिसका नाम है मूकएप यानी साइलेंस। जो भी व्यक्ति जन सामान्य की समस्याओं को उठाता है, उसके मुंह को बंद करने का प्रयास किया जाता है चाहे वह आम व्यक्ति हो, कोई नेता हो या अभिनेता। उन्होंने कहा कि मेरे गांव में एक तालाब है जिसमें दरारें भी आ गई है और कई नहरे भी कई वर्षों से कच्ची है। मैंने जब इस बारे में संबंधित अधिकारी से कहा कि बांध की मरम्मत करा दीजिए हर वर्ष बहुत पानी बर्बाद होता है। वो पानी अगर किसान के खेत तक जाएगा, तो दो पैसे किसान के घर तक जाएंगे। कहीं ऐसा ना हो धार के कारम बांध टूटने वाली घटना हमारे यहां भी हो जाए। पर अधिकारियों ने मेरी एक नहीं सुनी। किसी ने मुझसे कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर कॉल कर लो बड़ी योजना है, मैंने भी कॉल लगा दिया 181 पर, शिकायत एक तल से दूसरे तल, दूसरे से तीसरे तल पर जाती रही पर मेरी समस्या का निराकरण नही हुआ। मुझ पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव भी डाला गया। जब मैंने शिकायत वापस नही ली तो मेरे नंबर को ब्लाक कर दिया गया।