INDORE. हरियाणा सरकार ने कोरोना काल के दौरान बोर्ड परीक्षाओं में जनरल प्रमोशन दिया था, उस समय के हालात को देखते हुए बड़ी तादाद में परीक्षार्थियों को 100 फीसदी अंक दे दिए गए थे। अब यह जनरल प्रमोशन उनके लिए वरदान साबित हुआ है। डाक विभाग के 10वीं के अंकों के आधार पर भर्ती निकाली थी। जिसमें सबसे ज्यादा हरियाणा के परीक्षार्थी ही सफल हुए। 70 फीसदी से ज्यादा पद हरियाणा के छात्रों से भरे गए हैं। सवाल यह उठ रहा है कि हरियाणा सरकार की दरियादिली ने अन्य प्रदेशों के छात्रों का हक मार लिया है।
बीपीएम, एबीपीएम और जीडीएम की निकली थी भर्ती
बता दें कि डाक विभाग ने 10वीं के अंकों के आधार पर ब्रांच पोस्ट मास्टर, असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर और ग्रामीण डाक सेवक की भर्तियां निकाली थीं। मई माह में स्पेशल ड्राइव चलाया गया जिसके तहत मध्यप्रदेश में 2992 पदों पर भर्ती हुई। जिसमें से 757 उम्मीदवारों के 100 फीसदी अंक हैं और सभी के सभी हरियाणा बोर्ड से पास हुए हैं। 97 से 99.5 प्रतिशत अंकों के आधार पर नौकरी पाने वालों में भी हरियाणा के अभ्यर्थी ही हैं।
कोरोना काल में ऐसा था रिजल्ट
कोरोना काल के दौरान मध्यप्रदेश में 2020 में केवल 15 परीक्षार्थियों को 100 फीसदी अंक मिले थे। जबकि 2019 में केवल 2 छात्रों को 300 में से 299 अंक प्रदान किए गए थे। 2020 में प्रदेश का 10वीं का रिजल्ट 62.54 रहा था। उधर हरियाणा की बात की जाए तो 2019 में जनरल प्रमोशन के तहत 62782 परीक्षार्थियों को सौ फीसदी अंक प्रदान किए गए थे। केवल 4 छात्रों को ही 500 में से 497 अंक दिए गए थे। वहीं 2020 में हरियाणा का रिजल्ट 64 फीसदी रहा था।
इंदौर में हो रहा दस्तावेजों का सत्यापन
इंदौर सर्कल में हुई 391 पदों की भर्ती में तेलंगाना, मध्यप्रदेश, झारखंड जैसे तमाम राज्यों के आवेदकों का सिलेक्शन हुआ है, लेकिन सबसे ज्यादा तादाद हरियाणा के अभ्यर्थियों को नौकरी मिली है। इंदौर सर्कल के अधीक्षक ओमप्रकाश चौहान ने बताया कि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन चली है। हम सिर्फ दस्तावेजों का सत्यापन कर जॉइनिंग दे रहे हैं।
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पहले भी हो चुकी है गफलत
इससे पहले 2017 में पोस्टमैन समेत ग्रुप डी के पदों पर हुई भर्ती मध्यप्रदेश में हुई थी, जिसमें 1000 से ज्यादा पदों पर हरियाणा के अभ्यर्थियों को नौकरी दे दी गई थी। तत्कालीन समय में भर्ती एजेंसी भी हरियाणा की थी, जिस पर सरकार ने भर्तियों पर रोक तो लगाई थी लेकिन अभ्यर्थियों को कोर्ट से राहत मिल गई थी।