JABALPUR. जबलपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी गई राशि का हितग्राहियों ने जमकर दुरुपयोग किया है। किसी ने बाइक खरीद ली तो किसी ने मोबाइल फोन, लेकिन मकान का काम शुरु नहीं कराया। प्रशासन के मुताबिक महज 30 प्रतिशत हितग्राहियों ने ही मकान का काम शुरु कराया है। बाकी ने योजना का पैसा हजम कर लिया।
पत्नी को दिलाई स्कूटी
जबलपुर में ऐसे अनेक हितग्राही हैं, गढ़ा इलाके के निवासी दो हितग्राहियों ने योजना की पहली किश्त से महंगे स्मार्ट फोन खरीदे तो अधारताल निवासी एक हितग्राही ने योजना की पहली किश्त से पत्नी के लिए स्कूटी खरीद ली। अब प्रशासन जब स्वीकृत मकानों की स्थिति देखने पहुंचा तो वहां कोई निर्माण कार्य ही नहीं मिला।
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3 किश्तों में मिलती है राशि
बता दें कि योजना के तहत हितग्राहियों को भवन निर्माण के लिए सरकार तीन किश्त में जारी करती है। पहली किश्त भवन निर्माण शुरु करने के लिए दी जाती है। भवन निर्माण का काम शुरु हो जाने के बाद छज्जा लेवल पूरा होने पर अगली किश्त स्वीकृत की जाती है। उसके बाद तीसरी किश्त स्लैब डालने के दौरान स्वीकृत की जाती है।
हो रही जियो टैगिंग
आवास योजना प्रभारी सुनील दुबे ने बताया कि ऐसे लोगों को एफआईआर की चेतावनी दी है कि भवन निर्माण का काम शुरु कराए। मौके पर पहुंचकर भवन निर्माण का सत्यापन कराया जा रहा है। फोटो लेकर जियो टैगिंग की जाएगी। अधिकांश हितग्राही ये आश्वासन दे रहे हैं कि वे भवन निर्माण शुरु करा देंगे। इसके बाद भी जो लोग मकान नहीं बनवाएंगे उन पर एक्शन लिया जाएगा।
यह है योजना
दरअसल योजना के तहत ऐसे हितग्राही जिनके पास पक्का मकान नहीं है, वे योजना के जरिए अपनी भूमि पर पीएम आवास योजना के तहत एक कमरे लायक घर बनवा सकते हैं। केंद्र सरकार ने हर गरीब को पक्का मकान देने इस योजना की शुरुआत की थी। योजना के तहत अभी तक बड़ी संख्या में हितग्राहियों के पक्के मकान भी बन चुके हैं।