JAIPUR. राजस्थान में मॉनसून की दस्तक के साथ ही तेज बारिश शुरू हो गई। रविवार (25 जून) की रात से सोमवार सुबह तक उदयपुर, कोटा, बीकानेर, जयपुर संभाग के 18 से ज्यादा जिलों में 1 से 5 इंच तक बारिश हुई। वहीं गंगानगर शहर में जगह-जगह पानी भर गया। राजधानी रायपुर में भी सुबह से बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुतााबिक अगले 4-5 दिन राज्य के अधिकांश जगहों पर अच्छी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही पूर्वी राजस्थान के कोटा, भरतपुर संभाग के जिलों में 27 से लेकर 29 जून तक कहीं-कहीं भारी बारिश का अनुमान जताते हुए यहां के जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, बिजली गिरने से अब तक 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इनमें से पाली, चित्तौड़गढ़ में 1-1 और बारां में 2 की मौत हो गई।
कोटा संभाग के सबसे बड़े जेके लोन अस्पताल की नई बिल्डिंग मानसून की पहली बारिश के कारण सोमवार को टपकने लगी। इसी तरह गंगानगर में एक फीट पानी में मोटरसाइकिल, स्कूटी बहते दिखाई दिए।
राजस्थान के 35 फीसदी से ज्यादा इलाके में मॉनसून एक्टिव
असल में राजस्थान के 35 फीसदी से ज्यादा इलाके में मॉनसून एक्टिव हो चुका है। प्री-मानसून और बिपरजॉय चक्रवात के चलते पहले ही 28 फीसदी बारिश हो चुकी है। मौसम केन्द्र नई दिल्ली ने इस सीजन मॉनसून में सामान्य से 4-5 फीसदी कम बारिश का अनुमान जताया था, लेकिन शुरुआती डेटा इस बार पूर्वानुमान पर पानी फेरता दिख रहा है। मौसम केन्द्र नई दिल्ली से जारी मॉनसून के फोरकास्ट में बारिश कम होने का अनुमान जताया था। इसके पीछे बड़ा कारण मॉनसून जुलाई तक पश्चिमी प्रशांत महासागर में अल नीनो की कंडीशन का बनना माना था।
उत्तर-पूर्वी राजस्थान में 100 मिमी से ज्यादा बारिश
राजस्थान में कल देर शाम से बरसात जारी है। कोटा, अलवर, गंगानगर में कुछ जगहों पर 100 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। सबसे ज्यादा बरसात कोटा के दर्रा एरिया में 132 (5 इंच से ज्यादा) पानी बरसा। कोटा में ही गांधी सागर में 102, राजसमंद के के खमनोर में 98, सीकर के अजीतगढ़ में 73, उदयपुर के साईं डेम में 61, झुंझुनूं के सूरजगढ़ में 82, झालावाड़ के पचपहाड़ में 85, जयपुर के फुलेरा में 60, शाहपुरा में 54, हनुमानगढ़ के संगरिया में 58, टिब्बी में 52, गंगानगर में 109, जैतसर में 76, दौसा के बसवा में 60, मंडावर में 59, चित्तौड़गढ़ के भैसोड़गढ़ में 73, रावतभाटा में 58 और अलवर के कठूमर में 101, थानागाजी में 79 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई है।
राजस्थान में 165 लाख हेक्टेयर खेती बारिश पर निर्भर
राजस्थान में मॉनसून कितना जरूरी है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में सबसे ज्यादा खेती इसी सीजन में होती है। पूरे राज्य में 165 लाख हेक्टेयर जमीन पर खरीफ की फसल बोई जाती है। इसमें चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का के अलावा दलहन में मूंग, मोंठ, उड़द, चौला, मूंगफली, सोयाबीन, कपास और ग्वार की बुवाई जाती है, जबकि रबी के सीजन में 100 से 110 लाख हेक्टेयर पर ही बुवाई की जाती है।
जयपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर समेत कइ शहरों को मिलता है पीने का पानी
मॉनसून की बारिश ही राजस्थान के अधिकांश शहरों में पीने के पानी का एकमात्र स्रोत है। अगर किसी सीजन बारिश बहुत कम होती है तो बीलसपुर, जवाई बांधों में पानी का गेज कम हो जाता है। इसके कारण चार जिलों की एक करोड़ की आबादी पानी के परेशान हो जाती है। बरसात नहीं होने और जवाई बांध के खाली होने से पाली शहर और उसके आसपास के इलाकों में ट्रेनों से पानी की सप्लाई करनी पड़ती है।
औसत से 211 फीसदी ज्यादा बारिश
राजस्थान में मॉनसून सीजन (एक जून से 30 सितंबर तक) औसतन 414.5 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार एक से 25 जून तक राज्य में 116.5 मिमी औसत बरसात हो चुकी है। हर माह की औसत बारिश देखें तो जून में 50 मिमी औसत बरसात होती है, लेकिन इस बार बारिश औसत से 211 फीसदी ज्यादा हो गई।
इन 5 जिलों में सामान्य से कम
जिलेवार बारिश की स्थिति देखें तो हनुमानगढ़, बांसवाड़ा, धौलपुर, झालावाड़ और प्रतापगढ़ जिलों में बारिश सामान्य से कम हुई है। सबसे ज्यादा बारिश सिरोही में 486 मिमी हुई है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर ने 27 जून को अजमेर, भीलवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर एरिया को छोड़कर शेष जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
- 28 जून : बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि शेष जिलों के लिए येलो अलर्ट।
जयपुर के ग्रामीण इलाकों में अच्छी बारिश
जयपुर शहर में सोमवार (26 जून) को सांगानेर, टोंक रोड, एमआई रोड, गोपालपुरा, सोडाला समेत कई जगहों सुबह 11 बजे बाद हल्की बारिश हुई। इससे पहले रविवार देर शाम जयपुर के दिल्ली बाइपास पर शाहपुरा में 54, सांभर में 32, फुलेरा में 60, विराटनगर में 19 और रामगढ़ बांध में 18 मिमी बरसात हुई। जयपुर में कल दिन का अधिकतम तापमान 30.8 और रात का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
पहली बारिश ही नहीं झेल पाई जेके लोन अस्पताल की नई बिल्डिंग
कोटा संभाग के सबसे बड़े मातृ एवं शिशु रोग हॉस्पिटल जेके लोन की नई बिल्डिंग मॉनसून की पहली बारिश के कारण सोमवार (26 जून) को टपकने लगी। देर रात तेज बारिश के बाद बिल्डिंग की छत में पानी भर गया। निकासी नहीं होने पर आईपीडी के तीसरे फ्लोर पर बारिश का पानी आ गया। इस फ्लोर पर बच्चों का वार्ड बना है। बारिश का पानी गैलरी और लिफ्ट में आ गया। सूचना मिलने पर हॉस्पिटल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बिल्डिंग की छत पर जाने वाले गेट का ताला खुलवाकर छत पर भरे पानी की निकासी करवाई गई।
कोटा के रामगंज मंडी में मूसलाधार बारिश
कोटा के रामगंज मंडी में लगातार मूसलाधार बारिश बनी हुई है। शहर के रेलवे के 3 अंडरपास 3 फिट तक भर गS। रिच्छड़िया गांव में पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरने से ग्रामीण में हड़कंप मच गया। वहीं, निमाना गांव में तेज बारिश से भील बस्ती में जल भराव की समस्या आ गई। जेसीबी से नाले के रास्ते को निहाल कर जल भराव की समस्या का समाधान किया गया।