JAIPUR. राजस्थान में छात्र संघ चुनावों पर प्रतिबंध हटाने को लेकर दायर की गई याचिका शनिवार को वापस ले ली गई। दरअसल हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील से कहा कि हमें इस याचिका में पब्लिक इंटरेस्ट से ज्यादा पब्लिसिटी इंटरेस्ट दिखाई दे रहा है। याचिकाकर्ता न तो छात्र है, न ही छात्र संघ चुनाव लड़ रहे हैं। अदालत का समय बर्बाद करने के लिए हम आप पर केस लगाएंगे। जिसके बाद याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका को वापस ले लिया।
बता दें कि इस याचिका की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश एजी मसीह की खंडपीठ में सुनवाई के लिए लगी थी। याचिका में छात्र संघ चुनाव छात्रों का अधिकार बताते हुए उस पर प्रतिबंध हटाने की मांग की गई थी।
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कुलपतियों की अनुशंसा पर लगा था बैन
बता दें कि छात्र संघ चुनाव को लेकर बीते शनिवार उच्च शिक्षा विभाग की बैठक में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने नई शिक्षा नीति लागू होने के साथ एडमिशन और रिजल्ट प्रक्रिया जारी होने का हवाला देते हुए छात्र संघ चुनाव पर रोक लगाने की बात कही थी। जिस पर सर्वसम्मति से इस साल चुनाव न कराने का फैसला ले लिया गया था।
जमकर हो रहा विरोध
इस फैसले के बाद छात्र संगठन और छात्र नेताओं में आक्रोश है। जयपुर में इसका सबसे ज्यादा विरोध देखने को मिल रहा है। यहां 8 दिनों से छात्र आमरण अनशन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच अनेक बार झड़प भी हो चुकी है। इस मामले में एनएसयूआई और एबीवीपी दोनों ही छात्र संगठन एकराय होकर साथ लामबंद हैं।