संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में विधायक गौड़ परिवार की हिंद रक्षक सेना और परशुराम सेना के बीच विवाद शुरू हो गया है। यह विवाद रक्षाबंधन के दिन हिंद रक्षक सेना द्वारा भगवान रणजीत हनुमान मंदिर पर राखी चढ़ाने से शुरू हुआ। इस राखी पर स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह गौड़ की फोटो लगी हुई है। इसे परशुराम सेना द्वारा भगवान का अपमान बताया गया है और चेतावनी दी है कि 24 घंटे के भीतर हिंद रक्षक सेना जिसके संयोजक विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य गौड़ हैं, माफी मांगें, नहीं तो थाने में एफआईआर की मांग होगी, प्रदर्शन होगा। वहां कार्रवाई नहीं हुई तो फिर कोर्ट की शरण में जाएंगे।
क्या कहना है परशुराम सेना का
परशुराम सेना के पंडित अनूप शुक्ला ने कहा कि रक्षाबंधन पर भगवान को राखी चढ़ाते हैं, इसमें कोई आपत्ति भी नहीं है लेकिन भगवान रणजीत हनुमान जिन्हें मानने वाले भक्ता देश-विदेश भर में फैले हुए हैं, उनके माथे पर यह राखी चढ़ाई गई है। हिंद रक्षक की राखी में लक्ष्मणसिंह गौड़ की फोटो है, यह कतई स्वीकार्य नहीं है। गौड़ अच्छे नेता रहे हैं लेकिन इतने बड़े नेता नहीं हैं कि उन्हें भगवान के माथे पर बांध दिया जाए और उनकी वैल्यू इतनी बढ़ा दी जाए। इसलिए हमने 24 घंटे का अल्टीमेटम हिंद रक्षक सेना को दिया है। हमारी परशुराम सेना मप्र स्तर पर गठित हो गई है और हम लगातार इन मुद्दों को उठा रहे हैं जिसमें हिंदु भगवान, देवी-देवताओं का अपमान किया जा रहा है।
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हिंदू वाली नेता रहे हैं गौड़
लक्ष्मणसिंह गौड़ विधानसभा चार से पहली बार साल 1993 में विधायक बने थे। इसके बाद वह 1998 और 2003 में भी भारी मतों से चुनाव जीते थे और बाद में मप्र शासन में मंत्री बने। उनकी छवि कट्टर हिंदू वादी नेता की रही है और उन्हीं के समय विधानसभा चार को अयोध्या कहकर पुकारा जाने लगा। फरवरी 2008 में एक रोड एक्सीडेंट में देवास के पास उनका निधन हो गया था। इसके बाद साल 2008, 2013 और 2018 में लगातार उनकी पत्नी मालिनी सिंह गौड़ भारी मतों से चुनाव जीतती आ रही है, वह महापौर भी रही।