JAIPUR. राजस्थान में आजकल आईएएस और आईपीएस अफसरों की शादियों की खूब चर्चा हो रही है। कलेक्टर टीना डाबी की बहन रिया डाबी आईपीएस मनीष कुमार से शादी करने वाली हैं। वहीं आईएएस परी बिश्नोई अपने मंगेतर बीजेपी विधायक भव्य बिश्नोई से ब्याह रचाने वाली हैं। अभी परी और भव्य की सगाई के फोटोज वायरल हो रहे हैं, जिन्हें लेकर दोनों जबर्दस्त चर्चा में हैं। रिपोर्ट बता रही हैं कि इस साल के अंत तक परी और भव्य बिश्नोई विवाह बंधन में बंध सकते हैं।
यहां हम आपको परी बिश्नोई की पढ़ाई-लिखाई से लेकर आईपीएस बनने के बारे बता रहे हैं। राजस्थान में पली-बढ़ी आईएएस अफसर परी बिश्नोई ब्यूटी विद ब्रेन हैं। परी का रिश्ता हरियाणा के हिसार की आदमपुर सीट से बीजेपी विधायक भव्य बिन्नोई के साथ तय हुआ है।
आईएएस परी बिश्नोई का इंटरव्यू
हरियाणा के पूर्व सीएम भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई के साथ रिश्ता तय होने की खबरों के बीच परी बिश्नोई ने एक यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़ी कई खास बातें शेयर की हैं। यूपीएससी की जर्नी के बारे में भी विस्तार से बताया है।
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आईएएस परी बिश्नोई की रणनीति क्या थी?
आईएएस परी बिश्नोई का कहना है कि संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए सबसे जरूरी है तैयारी को लेकर विजन तय हो। फिर सटीक रणनीति और आखिर में ईमानदारी से कड़ी मेहनत। यूपीएससी में इन तीनों का समावेश ही सफलता की कुंजी है।
आईएएस परी बिश्नोई कहां पोस्टेड हैं?
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2020 में 30वीं रैंक पाकर आईएएस बनीं परी बिश्नोई वर्तमान में सिक्किम के गंगटोक में उपखंड अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। यह परी बिश्नोई की पहली पोस्टिंग है।
आईएएस परी बिश्नोई के परिवार में कौन-कौन हैं?
परी बिश्नोई के पिता मनीराम बिश्नोई एडवोकेट हैं। मां सुशीला बिश्नोई रेलवे में इंस्पेक्टर हैं। राजस्थान के बीकानेर जिले की नोखा तहसील के गांव काकड़ा में 26 फरवरी 1996 को जन्मी परी बिश्नोई के दादा चार बार सरपंच रह चुके हैं। परी बिश्नोई के भाई नहीं है। एक छोटी बहन है।
आईएएस परी बिश्नोई ने शुरुआती शिक्षा कहां से ली?
परी बिश्नोई ने मां की पोस्टिंग के चलते कक्षा पांचवीं तक की पढ़ाई नागौर के ग्रामोत्थान विद्यापीठ संस्थान से हिंदी माध्यम से हुई। इसके बाद मां का तबादला अजमेर हो गया तो परी बिश्नोई ने सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल अजमेर से आगे की पढ़ाई की। हिंदी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में आने से शुरुआत में दिक्कत हुई। हालांकि दसवीं कक्षा तक अच्छे नंबर आए। फिर 11वीं और 12वीं कक्षा में परी बिश्नोई औसत विद्यार्थी रहीं।
परी बिश्नोई ने कॉलेज शिक्षा कहां से हुई?
विज्ञान संकाय से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद परी बिश्नोई आईआईटी और पीएमटी की तरफ रुझान नहीं हुआ। अजमेर से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद परी बिश्नोई दिल्ली आ गईं। दिल्ली विश्वविद्यालय की इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन से स्नातक डिग्री ली।
परी बिश्नोई का यूपीएससी का सफर कैसे शुरू हुआ?
दिल्ली विश्वविद्यलाय से स्नातक करने के बाद परी बिश्नोई सिविल सेवा में जाने का मन बनाया। 20 साल की उम्र में कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में ही रहकर एक साल तक यूपीएससी की तैयारी की। उसी दौरान जेएनयू से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एमए करने के लिए चयन हुआ, मगर परी बिश्नोई अजमेर लौट आई और यहां महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय से एमए की डिग्री ली। एमए फाइनल ईयर की पढ़ाई के दौरान यूपीएससी भी पास की।
पहले प्रयास में आईएएस कैसे बनें?
परी बिश्नोई कहती हैं कि पहले प्रयास में आईएएस बनने वाले भी हम जैसे ही होते हैं। बस सम्पर्ण, कड़ी मेहनत, विजन और स्ट्रेटेजी के साथ यूपीएससी की तैयारी की जाए तो कोई भी पहले प्रयास में आईएएस अधिकारी बन सकता है। यूपीएससी की तैयारी के दौरान यह बात सबसे महत्वपूर्ण है कि अभ्यर्थी को पता होना चाहिए कि क्या-क्या पढ़ना है और क्या-क्या नहीं पढ़ना है।
परी बिश्नोई को आईएएस बनने में कितना समय लगा?
परी बिश्नोई का मानना है कि यूपीएससी क्रैक करने में लगने वाला समय कोई तय नहीं है, क्योंकि हर एक अभ्यर्थी की पारिवारिक स्थिति, शिक्षा और रणनीति अलग अलग होती है। किसी को छह माह की तैयारी में सफलता मिल जाती है कि कई ऐसे भी हैं, जो अपने आखिरी प्रयास में सफल हुए। परी बिश्नोई को तीन साल का समय और तीन प्रयास लगे। तब जाकर आईएएस बनीं।
क्या कॉलेज के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी करें?
परी बिश्नोई के अनुसार इसमें कोई शक नहीं कि अगर किसी ने पहले ही तय कर लिया कि उसे सिविल सेवा में जाना है तो उसे कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि कॉलेज लाइफ में पढ़ने को काफी समय होता है। कॉलेज करने के बाद जिम्मेदारियां बढ़ने लगती हैं। कॉलेज के प्रथम वर्ष से ही एनसीआरटी की किताबें पढ़नी शुरू कर देनी चाहिए। द्वितीय वर्ष में यूपीएससी की बेसिक बुक्स पढ़नी चाहिए। न्यूज पेपर पढ़ने की आदत डाल लेनी चाहिए। तीसरे साल में आंसर राइटिंग लिखने का अभ्यास कर सकते हैं।
यूपीएससी के अलावा और कौनसी परीक्षा दी?
परी बिश्नोई ने यूपीएससी की सिविल सेवा के अलावा नेट जेआरएफ पास की। आईबी में इंटरव्यू व आरएएस मुख्य परीक्षा तक पहुंचीं। रेलवे कमिश्नर, ईपीएफओ व आरबीआई की भी परीक्षा दी। आरबीआई में दोनों बार फेल हुईं।
यूपीएससी में परिजनों का सपोर्ट कैसे मिला?
दिल्ली में सालभर यूपीएससी की तैयारी करने के बाद परी बिश्नोई ने दो साल तक अजमेर में अपने घर पर ही रहकर तैयारी की। खुद अपनी टेस्ट सीरीज लिखीं। उन्हें स्कैन करने में पिताजी मदद करते थे।