BHOPAL.नेशनल इंस्टीट्यूशनल फ्रेम वर्क (NIRF) रैंकिंग-2023 में आईआईएम इंदौर संस्थान ने अपना दबदबा कायम रखा है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी 2023 की सूची में इंजीनियरिंग कैटेगरी में आईआईटी इंदौर को 2 रैंक की बढ़त हासिल हुई है। पिछले साल उसे 16वीं रैंक और 61.68 अंक मिले थे, जो इस साल 14वीं रैंक और 63.93 अंक हो गए। ओवर ऑल कैटेगरी में भी 31 से 28वें पायदान पर आ गया। वहीं, मैनेजमेंट कैटेगरी में आईआईएम इंदौर को 8वीं रैंक मिली है। वहीं, डीएवीवी (देवी अहिल्या विश्वविद्यालय) को टॉप-100 यूनिवर्सिटी में भी जगह नहीं मिली है।
इस बार गिरी रैंक
नेशनल इंस्टीट्यूशनल फ्रेम वर्क (NIRF) रैंकिंग-2022 और 2021 की रैंकिंग के अनुसार आईआईटी इंदौर की 7वीं और 6वीं रैंक थी, उस लिहाज से इस बार 2 पायदान नीचे खिसक गया है। हालांकि संस्थान के अंकों में सुधार हुआ है। इस बार 5,543 शिक्षण संस्थानों ने हिस्सा लिया। आईआईटी मद्रास लगातार 5वें साल टॉप पर और बेंगलुरु का आईआईएससी दूसरे नंबर पर रहा।
2019 में थी आई 5वीं रैंक
रैकिंग-2023 रिपोर्ट में आईआईएम इंदौर ने देशभर के मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में 8वीं रैंक हासिल की है। आईआईएम इंदौर को पिछले साल यानी 2022 के मुकाबले एक पायदान का नुकसान हुआ है। 2022 में आईआईएम इंदौर को 7वीं रैंक हासिल हुई थी। एनआईआरएफ रैंकिंग में आईआईएम इंदौर की रैंक लगातार गिरती जा रही है। आईआईएम इंदौर की 2019 में अब तक की सबसे बेहतर 5वीं रैंक आई थी, तो वहीं 2020 में यह गिरकर 7वीं रैंक हो गई थी। इसके बाद आईआईएम इंदौर ने 2021 में फिर 6 वीं रैंक हासिल की थी। लेकिन पिछले 2 साल से आईआईएम इंदौर की रैंकिंग लगातार गिरती जा रही है। आईआईएम इंदौर को 2022 में 7वीं रैंक तो इस साल 2023 में 8वीं रैंक प्राप्त हुई है। बता दें कि आईआईएम इंदौर को 2016 में 10वीं, 2017 में 10वीं और 2018 में 11वीं रैंक प्राप्त हुई थी। आईआईएम इंदौर को रैकिंग 2022 में 70.66 अंक प्राप्त हुए थे लेकिन इस साल रैकिंग में तो एक पायदान का नुकसान हुआ है लेकिन उसके अंक में सुधार है। इस साल 71.95 अंक प्राप्त हुए हैं।
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डेंटल कॉलेज की रैंक का हुआ सुधार
गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज की रैंकिंग में 7 पायदान का सुधार हुआ है। यह डेंटल कैटेगरी में शामिल है। 51.63 अंक के साथ देश के शीर्ष डेंटल कॉलेजों की सूची में इंदौर शासकीय डेंटल कालेज 32वें स्थान पर है। पिछले साल डेंटल कॉलेज को 39वां स्थान मिला था। वहीं 2021 में भी डेंटल कॉलेज को 32वां स्थान प्राप्त हुआ था।
ये इंस्टीट्यूट भी लिस्ट में शामिल हुए
श्री गोबिंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस को पिछली बार इंजीनियरिंग कैटेगरी में 202 रैंक मिली थी। इस बार 100 के बाद की रैंक जारी नहीं हुई। इस कारण स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालांकि मैनेजमेंट कैटेगरी में इंदौर का ही जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट 101 से 125 की रैंक में जगह बनाने में कामयाब रहा। वहीं, यूनिवर्सिटी कैटेगरी में पिछले साल की रैंक (100-151) बरकरार रखी। टीचिंग के 212 पद खाली हैं। पेटेंट बढ़े, लेकिन रिसर्च में बड़ी उपलब्धि नहीं। कुलपति प्रो. रेणु जैन के अनुसार रिसर्च पर काम कर रहे हैं।
IIT ने इनोवेशन पर ध्यान दिया
इंदौर आईआईटी ने रैंक सुधारने के लिए क्वालिटी एजुकेशन में ठोस कदम उठाया। नियुक्तियों का लाभ मिला। आधा दर्जन से ज्यादा नए रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू किए। इनोवेशन पर फोकस किया, पेटेंट भी बढ़ गए। डायरेक्टर प्रो. सुहास एस. जोशी ने टीम वर्क को श्रेय देते हुए कहा, पियर परसेप्शन पर खास ध्यान देंगे। इस लिस्ट में टॉप 5 आईआईएम की तुलना में रिसर्च और इनोवेशन में इंदौर पिछड़ गया। डायरेक्टर डॉ. हिमांशु राय ने कहा, स्कोर बढ़ा है। पिछले साल क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में एशिया के शीर्ष बिजनेस स्कूलों में 26वीं रैंक थी। पिछले साल 70.66 अंक थे। इस बार 71.95 मिले हैं।
पहली बार इनोवेशन और कृषि संस्थानों की भी रैंकिंग हुई
नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क-2023 में आईआईटी-दिल्ली एक पायदान उठकर तीसरे पर आ गया है। टॉप-10 उच्च शिक्षा संस्थानों में 7 आईआईटी हैं। एम्स, दिल्ली 3 पायदान की छलांग लगाकर 9वें से 6वें नंबर पर पहुंचा है। बीएचयू 11वें और डीयू 22वें पायदान पर रहा। ओवरऑल रैंकिंग के अलावा 12 विषयों में रैंकिंग जारी की गई। इनोवेशन और कृषि से जुड़े संस्थानों की रैंकिंग पहली बार जारी की गई। यह रैंकिंग 2016 से जारी की जा रही है।
IIT मद्रास में शुरू हुए 15 केंद्र
आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने बातचीत में कहा- हमने हाल ही में निर्माण, स्वास्थ्य सेवा व सहायक तकनीक, समुद्री क्षेत्र, खेल, कैंसर जीनोमिक्स और ऊर्जा जैसी अगली पीढ़ी की तकनीकों में अत्याधुनिक अनुसंधान करने के लिए 15 उत्कृष्टता केंद्र शुरू किए हैं। आईआईटी मद्रास फॉर ऑल विजन को ध्यान में रखते हुए बीएससी सहित कई पहल शुरू की हैं। लगातार ऐसी कोशिशों ने हमें इतने वर्षों से शीर्ष पर कायम रखा है।