SAKTI. विधानसभा चुनाव को लेकर सक्ती पहुंचे असम के बीजेपी विधायक के विश्राम गृह से गोपनीय दस्तावेज गायब होने का मामला सामने आया है। मामले में बीजेपी विधायक रूप ज्योति कुर्मी ने सक्ती थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने विश्राम गृह से गोपनीय दस्तावेज गायब करने का आरोप लगाया है। बीजेपी विधायक रूप ज्योति कुर्मी चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने के लिए सक्ती पहुंचे हैं।
मेरा निजी सामान और गोपनीय दस्तावेज गायब- विधायक
दरअसल, सक्ती के विश्राम गृह का कमरा नंबर-2 असम के BJP विधायक रूप ज्योति कुर्मी के नाम से एक सप्ताह के लिए आरक्षित है। कमरे में कुछ लोग विधायक की अनुपस्थिति में अनाधिकृत रूप से घुस गए और कक्ष में रखे उनके सामान से छेड़छाड़ कर दी गई। पूरे मामले में असम विधायक ने आरोप लगाया है कि मेरे निजी सामान और गोपनीय दस्तावेज गायब हैं, वहीं पूरी घटना को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश है।
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दूसरे प्रदेशों से पहुंचे BJP विधायकों ने किया 58 विधान सभा का दौरा
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय विधायक प्रवास कार्यक्रम के तहत सप्ताह भर पहले आए बिहार, झारखंड, उड़ीसा असम के 58 विधायक छत्तीसगढ़ के अलग-अलग विधानसभाओं में 8 दिन तक भ्रमण करने के बाद लौटने लगे हैं। अपने आठ दिनों के भ्रमण के दौरान इन विधायकों ने 58 विधान सभा की कुंडली तैयार की है। जिसे वे राष्ट्रीय नेताओं को सौंपेंगे। इन विधायकों को केंद्रीय नेताओं द्वारा अलग-अलग विधानसभा में जाकर वहां के सभी जाति, वर्ग, बुद्धजीवियों किसानों, युवाओं, महिलाओं और सरकारी कर्मचारियों से मिलकर संगठन के कामकाज, मोदी सरकार की योजनाओं, रमन सरकार के 15 साल और भूपेश सरकार साढ़े 4 साल के कार्यकाल, स्थानीय मुद्दे, पिछली हार की वजह आदि की जानकारी लेकर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी।
दौरा करने के बाद विधायकों ने रखी ये बातें
इधर, आरंग विधानसभा के दौरा करने वाले छपरा के विधायक डॉ. सीएन गुप्ता ने कहा कि आरंग क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करने पर पता चला कि चुनाव में किया गया वादा पूरा नहीं करने की वजह से बीजेपी को पिछली बार हार का सामना करना पड़ा था। वहीं दरभंगा के विधायक संजय सरावगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता प्रदेश की भ्रष्ट सरकार से मुक्ति चाहती हैं वह चाहती है कि चुनाव में किया गया वादा पूरा करने वाला और विकास करने वाले नेता को ही टिकट मिले। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार की वादा खिलाफी से जनता नाखुश है।
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मंत्री कवासी लखमा के बयान पर सांसद सुनील सोनी का पलटवार
बीजेपी विधायकों के छत्तीसगढ़ आने को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा का कहना है कि बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं को स्थानीय नेताओं और विधायकों पर भरोसा नहीं रह गया इसलिए वे सर्वे के लिए दूसरे राज्यों के विधायकों को भेज रहे हैं। इस पर तंज कसते हुए सांसद सुनील सोनी ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की अपनी रणनीति है, कांग्रेस के पास अच्छे राष्ट्रीय नेता और उतने विधायक ही नहीं है कि उन्हें सर्वे के लिए बुलाया जा सके। सर्व में ये बात सामने आई है कि छत्तीसगढ़ की जनता का भरोसा भूपेश सरकार से उठ चुका है।