संजय गुप्ता, INDORE. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 30 जुलाई को इंदौर आ रहे हैं और यहां विधानसभा दो में कनकेश्वरी गरबा मैदान में संभाग स्तरीय बूथ कार्यकर्ताओं का आयोजन हो रहा है। बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इस पूरे आयोजन का जिम्मा देख रहे हैं और चुनाव के पहले होने वाले सबसे बड़े राजनीतिक आयोजन अपने कंधे पर लेकर उन्होंने अपने विरोधियों को एक बार फिर अपना दम दिखाया है। लंबे समय से विजयवर्गीय के कोटे मे कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ था, प्रदेशाध्यक्ष पद पहले की तरह ही उनके आगे-आगे चला और फिर छूट गया। लेकिन इस आयोजन को जिस तरह उन्होंने अपने गढ़ में रखवा लिया है उससे फिर पूरे मालवा-निमाड़ में उन्होंने अपना दमखम दिखाया है।
कब हुआ कार्यक्रम तय, खबर ही नहीं लगी
इंदौर के नेताओं की हालत यह रही कि किसी को गुरुवार सुबह तक खबर ही नहीं थी कि केंद्रीय मंत्री शाह का इंदौर में कोई आयोजन हो रहा है। खुद विजयवर्गीय ने बीजेपी दफ्तर में इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में खुलासा किया कि बुधवार रात दो बजे शाह का कार्यक्रम इंदौर के लिए तय हुआ और फिर रात को ही वह इंदौर आए और सुबह सभी नेताओं को फोन कर कार्यक्रम के लिए मैदान ढूंढने की बात हुई। यानी किसी को पता ही नहीं था कि कार्यक्रम होना है।
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इसी तरह विधानसभा दो में जगह भी हो गई फाइनल
विजयवर्गीय ने बैठक में ही कहा कि कई मैदान देखे लेकिन बारिश के चलते खराब हालत थी लेकिन विधायक रमेश मेंदोला की विधानसभा दो में कनकेश्वरी मैदान की स्थिति बहुत बढ़िया थी, इसलिए इसे ही फाइनल किया गया है। मेंदोला ने बताया कि यह मैदान इसलिए बेहतर है क्योंकि यहां पर दो हजार ट्रक गिट्टी, मुरम डाली गई है। इसलिए मैदान में कीचड़ नहीं है और बेहतर व्यवस्थाएं हो जाएंगी। गुरुवार दोपहर में मैदान फाइनल हो गया, फिर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से पार्टी के पदाधिकारियों, महापौर, आईडीए चेयरमैन सहित अन्य नेताओं के दौरे भी हो गए। शुक्रवार को संगठन मंत्री हितानंद शर्मा भी मौके पर दौरा कर आए।
मालवा-निमाड़ में तुरूप का इक्का मैं ही, यहीं संदेश दे रहे विजयवर्गीय
मप्र के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के लिए मालवा-निमाड़ सबसे अहम है, क्योंकि यहां 66 सीटे हैं, बीते चुनाव में यहां बीजेपी ने करारी मात खाई थी और सत्ता से बाहर हुई थी। प्रदेशाध्यक्ष का पद भले ही विजयवर्गीय के हाथ से निकल चुका है लेकिन वह मालवा-निमाड़ को हाथ से नहीं जाने देना चाहते हैं। यह क्षेत्र उनके राजनितिक अस्तित्व और ताकत के लिए जरूरी है। वह पहले ही कह चुके हैं कि हमेशा की तरह मालवा-निमाड़ में मैं चुनाव देखूंगा। ऐसे में यह आयोजन कराकर उन्होंने अपनी ताकत का एहसास विरोधियों को कराया है जो राजनीतिक रूप से उन्हें हलके में लेना शुरू कर चुके थे। अब इस आयोजन के दौरान बाकी नेता और खासकर सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा कैसे आपने पाले में करते हैं, यह देखना रोचक होगा। अब इस आयोजन के दौरान मंच से मजमा लूटने की प्लानिंग जरूर शुरू हो गई होगी, हालांकि अमित शाह मंच पर हैं तो शहंशाह तो वही रहेंगे लेकिन वजीर बनने की चाहत सभी की होगी।