Narsinghpur. तेज आंधी के कारण महाकाल लोक में क्षतिग्रस्त हुई मूर्तियों का मामला अब भी चर्चाओं में है। नरसिंहपुर से विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि 30 किमी प्रति घंट की रफ्तार वाली हवाओं को आंधी या तूफान भी नहीं माना जाता है, लेकिन इस हवा से पीएम द्वारा लोकार्पित महाकाल लोक के भ्रष्टाचार से बनी मूर्तियां गिर गईं। प्रजापति ने महाकाल लोक के घोटाले को प्रदेश का सबसे बड़ा पाप करार दिया।
भगवान को धोखा देते हैं, इंसान को क्या बख्शेंगे
प्रजापति ने कहा कि ये लोग भगवान को धोखा देते हैं तो इंसान को क्या बख्शेंगे, उन्होंने कहा कि बिना किसी जांच सीएम ने जिस तरह से क्लीनचिट दी उससे वे खुद घोटाले के सूत्रधार बन चुके हैं। प्रजापति बोले कि ऐसे कई उदाहरण हैं जब धर्म के नाम पर बीजेपी ने पाप किए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में सीएम और मंत्री भूपेंद्र सिंह की जवाबदारी बनती है।
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संजय शर्मा ने भी लगाए आरोप
इधर तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा ने कहा कि खुद का प्रचार करने और जमकर घोटाला करने का संकल्प कमीशन राज मामा का था। उन्होंने कहा कि मूर्तियां 3 साल के गारंटी पीरियड में थीं, लेकिन सारे नियमों को ताक पर रखकर भ्रष्टाचार के लिए निर्माणकार्य हुए। अब सरकार मूर्तियों की पुनः स्थापना की बात कर रही है। बीजेपी धर्म के नाम पर घोटाला करती है।
बीजेपी का पलटवार
इधर बीजेपी की ओर से जबलपुर मीडिया प्रभारी श्रीकांत साहू ने बताया कि महाकाल लोक की जांच ने सब पानी की तरह साफ कर दिया है। महाकाल लोक में मूर्तियों के निर्माण का ठेका और ठेके की पेमेंट कमलनाथ सरकार के समय हुई। जिससे साबित होता है कि कांग्रेस बीजेपी पर झूठे और अनर्गल आरोप लगाती रही, जबकि लोकायुक्त जांच में निर्माण संबंधी सारे दस्तावेजों ने कांग्रेस के आरोपों की हवा निकाल दी है। अब उसे खुद इस मामले में सफाई देनी पड़ेगी।