Mandla. इन दिनों टमाटर के दामों की हर जगह चर्चा हो रही है। शहरों में तो टमाटर 160 से 180 रुपए किलो तक बिक रहा है। वहीं अगर महंगी सब्जियों की बात की जाए तो मंडला के जंगलों में मिलने वाली एक ऐसी सब्जी है जिसके सामने टमाटर के दाम कुछ भी नहीं। जी हां, मंडला के जंगलों में मिलने वाले खाद्य पदार्थ पुटपुटा के दाम मवई में 400 रुपए किलो हैं। वहीं शहर में पहुंचने के बाद यह 600 रुपए किलो तक बिकता है। वहीं मेट्रो सिटी में तो इसके दाम 2 हजार रुपए किलो तक पहुंचे हैं।
उम्दा दर्जे का मशरूम
दरअसल पुटपुटा बेहद उम्दा किस्म का मशरूम है, इसकी सब्जी को लोग बड़े ही चाव से खाते हैं। कुछ लोगों को इसका स्वाद मटन से भी काफी टेस्टी लगता है। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और खनिज तत्वों के अलावा इसमें विभिन्न औषधीय गुण भी होते हैं, यही कारण है कि इसे जानने वाले साल में एक बार जरूर इसकी सब्जी खाते हैं। वर्तमान में मवई के जंगलों में यह बहुतायत में मिलता है।
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साल के वृक्ष के नीचे पनपता है
माना जाता है कि पुटपुटा उत्तम किस्म का मशरूम है। यह अक्सर बिजली कड़कने के बाद बरसात के दिनों में साल के वृक्षों के नीचे पनपता है। काले, भूरे और सफेद रंग के पुटपुटा का बाहरी आवरण सख्त होता है जबकि अंदर का भाग मुलायम होता है। इस सबसे बड़ी खासियत इसका स्वाद होता है जो आम मशरूम में कभी नहीं मिलता।
एक प्रकार का फंगस
विज्ञानी पुटपुटा को फंगस की प्रजाति का मानते हैं उन्होंने इसे शोरिया रोबुस्टा बॉटनिकल नाम दिया है। दरअसल बरसात के दिनों में जब उमस होती है तब साल का वृक्ष एक खास द्रव छोड़ते हैं। जमीन पर गिरे सूखे पत्ते और ह्यूमस में यह फंगस इस द्रव के जरिए पनपता है। अन्य क्षेत्रों में पुटपुटा को बोड़ा भी कहते हैं।