BHOPAL. मध्यप्रदेश में आज से पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। 19 हजार पटवारी अपनी कई मांगों को लेकर हड़ताल करेंगे। पटवारियों की हड़ताल से आपके नामांतरण और जाति प्रमाण पत्र जैसे कई महत्वपूर्ण काम अटक जाएंगे। पटवारियों का क्रमबद्ध आंदोलन लगातार जारी है। 26 अगस्त को पटवारियों ने तिरंगा यात्रा निकाली थी। प्रदेशभर के पटवारी राजधानी भोपाल में इकट्ठे हुए थे।
पटवारियों की मांगें
मध्यप्रदेश में पटवारियों को साल 1998 में निर्धारित किए वेतनमान के अनुसार ही वर्तमान वर्ष 2023 में वेतन दिया जा रहा है। पिछले 25 सालों से पटवारियों के वेतन में वृद्धि नहीं की गई है। पटवारियों से पूरे सेवा काल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग और उसकी पद स्थापना वाले भू-अभिलेख विभाग के सभी पदोन्नत पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई है। पटवारी वेतनमान पे ग्रेड 2800 के लिए साल 2007 पटवारी महाअधिवेशन सनावद में घोषणा की गई थी। राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड किए जाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ है।
पटवारियों की ये भी डिमांड
- समयमान की वेतन विसंगति को सुधारने की मांग।
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ये काम होंगे प्रभावित
मध्यप्रदेश में पटवारियों की हड़ताल से नामांतरण, EWS, जाति प्रमाण पत्र, निर्वाचन कार्य, फसल गिरदावरी, पीएम-सीएम पेमेंट और पुलिस के साथ घटना स्थल पर पंचनामा बनाने जैसे काम प्रभावित होंगे।
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26 अगस्त को पटवारियों ने 2 घंटे तक दिया था धरना
राजधानी भोपाल में 26 अगस्त को पटवारियों ने तिरंगा यात्रा निकाली थी। जब वे अटल पथ से सीएम हाउस की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। पुलिस के रोकने पर पटवारी सड़क पर ही बैठ गए थे और करीब 2 घंटे तक वहीं डटे रहे थे। मध्यप्रदेश पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने कहा था कि वे सीएम हाउस तक शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। ये किसी तरह का प्रदर्शन नहीं था, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। तिरंगा यात्रा में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, शाजापुर, विदिशा, रायसेन और सीहोर समेत पूरे प्रदेश से पटवारी शामिल हुए थे।
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पटवारियों का चरणबद्ध आंदोलन
पटवारी अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। वे पहले चरण में 21 अगस्त को सभी सरकारी वॉट्सएप ग्रुप्स से लेफ्ट हो गए थे। उन्होंने ऑनलाइन काम का बहिष्कार किया था। आंदोलन के दूसरे चरण में पटवारी 23 से 25 अगस्त तक 3 दिन के सामूहिक अवकाश पर रहे थे। तीसरे चरण में पटवारियों ने 26 अगस्त को राजधानी भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाली। इसके बाद अब पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।