इंदौर में ड्राइवर हड़ताल के बीच उठा सवाल, शहर के सभी विधायक, सांसद जनप्रतिनिधि ऐसे मौके पर कहां हैं?

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Pratibha Rana
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इंदौर में ड्राइवर हड़ताल के बीच उठा सवाल, शहर के सभी विधायक, सांसद जनप्रतिनिधि ऐसे मौके पर कहां हैं?

संजय गुप्ता, INDORE. हिट एंड रन एक्ट के विरोध में इंदौर में ड्राइवर की हड़ताल के बीच हुए खराब हालत के बीच पुलिस और प्रशासन अपनी क्षमता के साथ स्थिति को कंट्रोल में करने की कोशिश में लगे हुए हैं। लेकिन इस सबसे बड़ी बात यह है कि इंदौर में सत्ताधारी बीजेपी को सभी नौ विधानसभा सीट, सांसद, महापौर पद करीब 65 पार्षद कहां हैं? सोमवार (1 जनवरी) से अभी तक कोई भी मैदान में नजर नहीं आया है, ना विधायक, ना सांसद और ना ही पार्षद और एमआईसी मेंबर (महापौर बाहर छुट्टी पर है)।

अधिकारी अपने स्तर पर ही जुटे हुए हैं

सोमवार को जब जगह-जगह ट्रैफिक जाम था, और मंगलवार को भी हालात को लेकर असमंजस है, ऐसे में कोई भी जनप्रतिनिधि ड्राइवरों से चर्चा के लिए आगे नहीं आया है। जबकि यह पूरा मसला ही एसोसिएशन से चर्चा कर उन्हें समझाइश देने का है, क्योंकि मामला हिट एंड रन एक्ट में केंद्र द्वारा किए गए संशोधन के विरोध का है। इसपर विधायक और सांसद ही बता सकते हैं कि आपकी बात केंद्र पर रखी जा रही है और पहुंचाई जा रही है, हड़ताल नहीं करें। यह बात अधिकारियों के आश्वासन देने की नहीं है।

विपक्ष भी गायब ही है

उधर जनता की लड़ाई लड़ने और मैदान में उतरने की बात करने वाली कांग्रेस भी नदारद है। खैर कांग्रेस से आमजन को उम्मीद भी नहीं है क्योंकि वह इस स्थिति में ही नहीं है कि ड्राइवरों को समझाइश और कोई आश्वासन दे सके। लेकिन जनता के लिए भी वह मैदान में नहीं उतरी है।

केवल परविहन मंत्री की ही अपील सामने आई

इस पूरे मसले में शासन की ओर से केवल परिवहन मंत्री उदय सिंह की ही अपील सामने आई है कि ड्राइवर हड़ताल नहीं करें, यह मुद्दा सुलझाने का तरीका नहीं है और चर्चा से सब संभव है। इसलिए हड़ताल नहीं करें, उनकी बात पहुंचाई जाएगी।

समस्या केंद्र का ही एक्ट, कैसे करें विरोध

डबल ईंजन की सरकार में जनप्रतिनिधियों की समस्या यह है कि यह प्रस्ताव केंद्र सरकार ही लेकर आई है और नए संशोधन पास किए हैं जो एक अप्रैल से लागू होंगे। बीजेपी जनप्रतिनिधि इस स्थिति में नहीं है कि वह इन एक्ट को लेकर खुलकर कुछ भी कह सकें, यदि एक्ट का समर्थन करेंगे तो ड्राइवर भड़क जाएंगे और विरोध करेंगे तो पार्टी लाइन बुरा मान जाएगी। ऐसे में एक ही वाक्य है इनक पास हड़ताल मत कीजिए आपकी बात सुनी जाएगी और हम केंद्र तक पहुंचाएंगे। लेकिन वह भी बोलने के लिए अभी कोई जनप्रतिनिधि बाहर मैदान में नहीं दिखा है।

उधर इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने सोशल मीडिया पर कमेंट किया है कि हिट एंड रन कानून के खिलाफ जारी ड्राइवरों की हड़ताल कोई अचानक नहीं है। इसका ऐलान आंदोलनरत ड्राइवर संघ ने पूर्व में ही कर दिया गया था। पूरे प्रदेश में पहिए जाम, शहर, जिलों, गांवों में त्राहिमाम, स्कूल बंद, सब्जियां तक नहीं आ रही है.....!!

नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि, सरकार खामोश ??

जनता ने चुना नेताओं को है या अफसरों को....??

अकेला जिला - पुलिस प्रशासन क्या कर लेगा.....!!

साल का पहला दिन ही तकलीफों भरा....आगे क्या होगा....??

कोई सुध लेने वाला है या नहीं...??



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