संजय गुप्ता, INDORE. वर्ल्ड वेटलैंड डे के मौके पर इंदौर में मुख्य कार्यक्रम रामसर साइट सिरपुर पर हुआ। इसमें घोषणा की गई कि भारत में इंदौर, भोपाल और उदयपुर वेटलैंड सिटी होंगे। वहीं सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह हमारी संस्कृति है और हम हजारों साल से प्रकृति की पूजा करते आए हैं। रासमर साइट में राम का नाम होने से हम तो वैसे ही आनंदित है, जहां राम नाम आ जाता है वहां आनंद रहता है।
कान्ह की सफाई जरूरी
सीएम ने कहा कि जरूरी है कि हम सभी तालाब, नदी साफ रखें। कान्ह को साफ रखना तो और भी जरूरी है क्योंकि यह आगे क्षिप्रा में मिलती है। तालाब, नदी इंदौर में साफ होंगे तो उज्जैन का भला अपने आप हो जाएगा।
हिंदी में बोली महसाचिव मुसोंदा
कार्यक्रम के लिए विशेष तौर से आई रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोन्दा मुम्बा ने हिंदी में भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा- नमस्ते मैं बहुत खुश हूं इंदौर आकर। उन्होंने आगे कहा कि यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मैं भारत आई हूं। भारत में अभी 80 रामसर साइट है, लेकिन और भी बहुत जल्द होंगी। दुनिया भारत से बहुत कुछ सीख सकती है। जल्द ही इंदौर वेटलैंड सिटी होगा।
सीएम ने प्रशासनिक क्षमता की छाप छोड़ी- विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सीएम की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत कम समय में ही प्रशासनिक क्षमता की छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि ढाई साल पहले सिरपुर आया था, लेकिन तब बदबू थी और महापौर की मेहनत और पीएम मोदी की योजना से इसके हालात बदल गए और यह पर्यटन स्थल बन गया है। जनभागीदारी से ही संरक्षण होगा।
कार्यक्रम में यह भी उपस्थित
कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पर्यावरण और वन मंत्री नागर सिंह चौहान, पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार, मेयर पुष्यमित्र भार्गव भी थे। कार्यक्रम में देश के सभी राज्य वेटलैंड अथॉरिटी के अधिकारी, साइंटिस्ट्स और देश की 80 रामसर साइट्स के प्रबंधक सहित दो से ज्यादा एक्सपर्ट्स को भी बुलाया गया है।
इसलिए मना रहे 'वर्ल्ड वेटलैंड डे'
हर साल 2 फरवरी को वर्ल्ड वेटलैंड डे मनाया जाता है। इस दिन 1971 में ईरान के रामसर शहर में तालाबों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह दिन तालाबों के प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस साल की थीम ‘Wetlands and Human Wellbeing’ है। इसका मुख्य उद्देश्य तालाबों का संरक्षण और मनुष्यों का कल्याण दोनों का अंतर्संबंध हैं और ये दोनों परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं।
निगम परिषद के नए भवन का भी उद्घाटन
सिरपुर के कार्यक्रम के बाद सीएम ने नगर निगम के नए निगम परिषद सभागृह ‘अटल सदन’ का लोकार्पण किया। यह सभा गृह लोकसभा सदन की तर्ज पर बनाया गया है। इसमें 120 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसके साथ ही भविष्य में 180 सीटों की क्षमता की जा सकती है। इसमें तीन विजिटर्स लॉबी हैं। यह सभागृह डिजिटल सेंट्रलाइज मॉनटरिंग बेस्ड है। इसके बनने से निगम की अब हर साल लाखों रुपयों की बचत होगी। अभी परिषद की बैठकें ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की जाती रही हैं। इस दौरान एक आयोजन में निगम के करीब 10 लाख रुपए खर्च होते हैं। इस तरह सालभर में 50-60 लाख रुपए खर्च होते हैं। अब नया सभा गृह बनने से निगम को परेशानी नहीं होगी।