संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में रील के लिए झूठ बोलकर निगम की कचरा गाड़ी लेने का मामला सामने आया है। यूट्यूबर द्वारा जब यह वीडियो जारी किया गया तो इसमें निगम की कचरा गाड़ी दिखाई दी। जिसके बाद निगम अधिकारियों के कान खड़े हुए और उन्होंने मामले की जांच कराई और विजयनगर थाने में शिकायत की है। दोनो युवक-युवती ने झूठ बोलकर सरकारी वाहन का उपयोग रील बनाने के लिए किया। यह अपराध की श्रेणी में आता है।
निगम अधिकारियों ने बताया सर्वे के नाम पर लिया था वाहन
नगर निगम अफसरों ने कहा कि रील बनाने वाले वीर शर्मा और पारुल अहिरवार ने कचरा वाहन के हेल्पर से कहा था कि वह स्वच्छता का सर्वे कर रहे हैं और उन्हें कचरा वाहन का फोटो लेना है, लेकिन बाद में उन्होंने रील बना ली। इस बात की जानकारी वाहन के हेल्पर को नहीं थी। युवक-युवती ने झूठ बोलकर सरकारी वाहन का उपयोग रील बनाने के लिए किया। यह मामला अपराध की श्रेणी में आता है। जब नगर निगम के वाहन वाली रील वायरल हुई तो मामले में आपत्ति ली और मामला पुलिस को सौंपा।
कचरा वाहन भी बिना अनुमति चलाया
मामला 15 दिन पुराना है। जोन 7 का एक कचरा वाहन स्कीम-54 में खड़ा था। रील बनाने वाला वीर शर्मा और पारुल अहिरवार वहां पहुंचे। उन्होंने वाहन के हेल्पर से कहा कि वे NGO से है और कचरा वाहन के फोटो लेना चाहते है। फोटो के बजाए दोनों वीडियो बनाने लगे तो हेल्पर ने उन्हें रोका। दोनों ने कहा कि उन्हें स्वच्छ सर्वेक्षण के वीडियो भी बनाना है। इसके बाद उन्होंने कचरा वाहन भी चलाया। वीडियो बनाने के बाद दोनों वहां से चले गए। बाद में रील इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई और सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग के सवाल उठने लगे तो अफसरों ने थाने में शिकायत की।