संजय गुप्ता, INDORE. द सूत्र एक और बड़ा खुलासा कर रहा है। इंदौर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने कई लोगों की पूछताछ के बाद प्रारंभिक तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त पाई गई दीपक मद्दा उर्फ दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया के साथ ही उसकी पत्नी समता जैन, उसकी कंपनियों के नाम की जमीन, टीनू उर्फ भूपेश संघवी, सुरेंद्र संघवी के बेटे प्रतीक संघवी आदि के नाम दर्ज जमीन को अटैचमेंट करने की तैयारी कर ली है। यह जमीन करीब आठ हेक्टेयर है, जिसकी आज बाजार कीमत 200 करोड़ के करीब बनती है। इन सभी जमीनों की खरीदी-बिक्री, गिरवी रखने को लेकर ईडी ने रोक लगा दी है। ईडी से बिना मंजूरी के अब इन जमीनों, संपत्तियों के लेकर कोई खरीदी-बिक्री नहीं होगी। इसमें मद्दा का फ्लैट उसकी पत्नी समता जैन के नाम का ऑफिस भी शामिल है।
यह है सभी संपत्तियां जिन पर लग गई रोक
- खजराना की- सर्वे नंबर 1059/1, 1066/1, 1132/1532/2 की कुल 0.555 हेक्टयर जमीन जो दिलीप सिसौदिया यानि मद्दा के नाम पर है।
यह फ्लैट और ऑफिस भी होगा अटैच
इसके साथ ही समता जैन के नाम पर आठ बी साउथ तुकोगंड 102 बी शालीमार कॉर्पोरेट सेंटर इंदौर का दफ्तर और दीपक जैन के नाम का 16, सांघी कॉलोनी 302 पूजा अपार्टमेंट इंदौर वार्ड 43 भी अटैच होगा।
खरीदी-बिक्री पर रोक लगाना अटैचमेंट की पहली प्रोसेस
ईडी द्वारा अटैचमेंट की प्रोसेस शुरू करने से पहले उन संपत्तियों की सूची बनाई जाती है, जिसमें आर्थिक अपराध कर मनी लॉन्ड्रिंग किया गया हो। इसके बाद इन्हें सुरक्षित किया जाता है ताकि अपराधी किसी को बेचकर बाहर नहीं हो जाए। अब ईडी इसमें अटैचमेंट का आर्डर जारी करेगा और फिर आईडी ट्रिब्यूनल से इसमें आधिकारिक मुहर लगेगी।