संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के डॉ. अंबेडकर (महू) तहसील के कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल चोरल होस्टल वार्डन ज्योति परिहार द्वारा लाखों के घोटाले करने का केस सामने आया है। महू SDM की रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सख्ती दिखाते हुए परिहार को सस्पेंड कर दिया है। घोटाले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं और वार्डन ने कई फर्जी बिल लगाकर और फर्जी लोगों के नाम से लाखों रुपए निकालकर घोटाला किया गया है।
जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
प्राथमिक शिक्षक प्रभारी वार्डन कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल चोरल विकासखंड डॉ. अंबेडकर नगर (महू) होस्टल ज्योति परिहार ने एक ही परिवार के पांच सदस्यों के नाम पर बिल लगाकर लंबी राशि निकाली।
- सगर परिवार के सदस्य अजय सगर को दूध व बिजली मरम्मत, अमन सागर को फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी के काम के नाम पर, हरिप्रसाद सगर को पेंटिंग काम के लिए, सतीश सगर को चौकीदार के काम के लिए और छाया सगर को अंशकालिक शिक्षिका के नाम पर भारी राशि का भुगतान किया गया।
सस्पेंड कर किया गया अटैच
कलेक्टर द्वारा दिए गए आदेश में कहा गया है कि परिहार ने होस्टल का संचालन शासन के नियमों के अनुसार नहीं किया है। उनका यह काम मप्र सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत उल्लंघन है। इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और इस दौरान उन्हें मुख्यालय कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी महू में अटैच किया जाता है।