संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर गुरूसिंघ सभा के चुनाव एक बार फिर आगे बढ़ गए हैं। अभी इसके लिए 17 सितंबर की तारीख तय थी, लेकिन अमृतसर में अकाल तख्त जत्थेदार के साथ हुई बैठक में यह चुनाव आगे बढ़ाने का फैसला लिया। हालांकि, यह अधिक लंबे समय के लिए नहीं बढ़ेंगे क्योंकि बैठक के बाद मुख्य चुनाव अधिकारी के तौर पर राजिंदर बाबा को नियुक्त करने का फैसला हो गया है। अब यही अन्य चुनाव अधिकारियों को साथ लेकर पूरी चुनाव प्रक्रिया तय करेंगे। प्रारंभिक तौर पर यह तारीख 24 सितंबर की बताई जा रही है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
बैठक में मोनू, रिंकू, बॉबी सभी थे मौजूद
बैठक में सभा के वर्तमान प्रधान रिंकू भाटिया के साथ ही बॉबी छाबड़ा, मोनू भाटिया, जसवंत सिह छाबड़ा, जगजीत सिंह सुग्गा, हरप्रीत सिंह बक्षी सहित कई प्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में हरप्रीत सिंह बक्षी ने खुलेआम मोनू भाटिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोनू अमृतधारी नहीं है ये दाढ़ी कटवाने से लेकर शराब पीना और गुटखा खाते हैं। हरप्रीत के इस आरोप के बाद बैठक में सन्नाटा छा गया। इसके बाद खालसा सोसायटी को लेकर भी बैठक हुई। इसमें बताया गया कि इसे लेकर विविध केस चल रहे हैं और इनके चुनाव हो चुके हैं, अभी इनके चुनाव नहीं होना है। अब इस मुद्दे पर बताया जा रहा है कि बाद में तय किया जाएगा। मुख्य बैठक गुरूसिंघ सभा चुनाव को लेकर ही हुई।
राजिंदर बाबा ही तय करेंगे चुनाव की प्रक्रिया
पूर्व में चुनाव जुलाई में होना थे फिर इसकी तारीख बढ़कर अगस्त की गई और फिर 17 सितंबर की तारीख तय हुई। आखिर में अब यह चुनाव आगे बढ़ गए हैं और अब इसकी नई तारीख और नामांकन आदि की प्रोसेस यह सभी चुनाव अधिकारी ही तय करेंगे, जिसके लिए मुख्य चुनाव अधिकारी राजिंदर बाबा को तय किया गया है। यह वही बाबा है जिन्हें पहले चुनाव कमेटी में लेने का प्रस्ताव रिंकू भाटिया ने बैठक में रखा था और इस पर मोनू भाटिया ने यह कहकर विरोध किया था कि इन पर तो केस है और इन्होंने गुरुद्वारे की जमीन का गलत उपयोग किया है। इसे लेकर बैठक में जमकर विवाद हुआ था।