संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर गुरूसिंघ सभा के चुनाव को लेकर चुनाव अधिकारियों की सभी प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को फिर बैठक हुई। इसमें सभी को साफ कर दिया गया कि चुनाव तो तय तारीख 13 अगस्त को ही होंगे। इसके लिए सदस्य बनने का काम 15 जुलाई तक किया जाएगा। फार्म संगत में दिए जाएंगे और इmके लिए गुरूद्वारा साहिब का पत्र जरूरी होगा। फार्म भरने और वापस करने की जिम्मेदारी भी गुरुद्वारा साहिब की होगी। बैठक में फैसला हुआ कि फार्म की जांच व फार्म का सूची बनाने व मतदान के लिए स्थान तय करने के लिए एक समिति गठित होगी, जो किसी भी व्यक्ति के पक्ष में नहीं हो। चुनाव के प्रबंध के लिए बनी कमेटी श्री अकाल तख्त साहिब निर्धारित चुनीव कमेटी सभी की सहमति से श्री गुरूसिंघ सभा इंदौर के साथ फैसला करेगी।
यह रहेगा फार्म और चुनाव को लेकर शेड्यूल
15 जुलाई तक फार्म जमा करने की अंतिम तिथि
22 जुलाई तक फार्म की जांच
25 जुलाई को नामांकन होंगे।
28 जुलाई को नाम वापसी होगी
13 अगस्त को होंगे चुनाव
ऑडियो वायरल करने पर खनूजा ने मांगी माफी
उधर बैठक के दौरान रघुवीर सिंह खनूजा ने गलत ऑड़ियो वायरल करने को लेकर माफी मांगी। खनूजा ने कुछ दिन पहले जगजीत सिंह (सुग्गा) पर आरोप लगाते हुए ऑडियो वायरल किया था कि वह फार्म उठाकर ले गए हैं। जबकि कोई फार्म उठाकर नहीं ले गया था और फार्म छपकर ही बाद में आए थे।
बैठक के एक दिन पहले सदस्य लगा चुके मोनू पर धमकी देने का आरोप
वहीं बैठक के पहले रविवार को ही एक सदस्य ने मप्र-छग केंद्रीय श्री गुरूसिंघ सभा प्रधान मोनू (हरपाल सिंह) भाटिया के खिलाफ चुनाव अधिकारी को लिखित शिकायत कर दी थी। इस शिकायत में भाटिया पर गंदी गालियां देने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। शिकायत का वीडियो भी सामने आया है।
सरदार सुमित सिंह मुटनेजा द्वारा यह शिकायत श्री अकाल तख्त साहेब के प्रतिनिधि परमपाल को की गई है। इसमें कहा गया है कि इंदौर गुरूद्वारा श्री साहेब पिपलिया राव पर हरपाल सिंह मोनू भाटिया ने मुझे गुरुग्रंथ साहेबजी पर माथा टेकते समय गंदी गालियां दी और जान से मारने की धमकी दी। क्या ऐसे लोगों के हित के लिए सिख समाज के चुनाव हो रहे हैं। आपसे निवेदन है कि इस गलत हरकत के लिए भाटिया को सख्त सजा दी जाए। उन्होंने कहा था कि मोनू बड़े शराब कारोबारी है और हमेशा उनके साथ बंदूकधारी रहते हैं, इस घटना से मैं डर गया हूं और इसलिए सभी वरिष्ठों के समझाने पर मैंने यह शिकायत की है। मुझे चुनाव अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि इस मामले में वह कदम उठाएंगे।