INDORE.अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर भक्तों में खासा उत्साह है। 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोर-शोर चल रही हैं। हर कोई राम भक्त अयोध्या पहुंचकर प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर देखना चाहता और दर्शन करना चाहता हैं। वहीं हर कोई राम मंदिर और भगवान श्रीराम में अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए कुछ भी अलग अनोखा करने के लिए तैयार है। ऐसे ही एक शख्स हैं, इंदौर के कार्तिक जोशी... जो इंदौर से प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए इंदौर से दौड़कर अयोध्या के लिए निकले हैं। इंदौर से रवाना हुए कार्तिक जोशी 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। अयोध्या के लिए लंबी दौड़ लगाने वाले रामभक्त कार्तिक जोशी एक रनर और एथलीट हैं। जो इंदौर से अयोध्या तक 14 दिन में 1008 किलोमीटर दौड़कर यात्रा पूरी करेंगे।
मंत्री विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने दिखाई हरी झंडी
इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर और एथलीट कार्तिक जोशी ने शुक्रवार की सुबह इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर से अपनी दौड़ की शुरुआत की। कार्तिक को नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने हरी झंडी दिखाकर और तिलक लगाकर रवाना किया। इस मौके पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इंदौर स्वच्छ शहर है और उसे स्वस्थ शहर बनाने के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहे हैं और यह आयोजन भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। विजयवर्गीय ने आगे कहा कि एक छोटे से परिवार का रनर इतनी लंबी दौड़ के माध्यम से अपनी अयोध्या के राम मंदिर के लिए यात्रा पूरी कर रहा है, यह अन्य युवाओं और देश के लिए प्रेरणादाई है।
भगवान राम के अनन्य भक्त हैं कार्तिक जोशी
बता दे कि कार्तिक जोशी भगवान राम के अनन्य भक्त हैं। 2019 में जब राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया तो कार्तिक ने निश्चय किया था कि मंदिर बनने के बाद हर कोई वहां अलग-अलग साधनों से भगवान के दर्शन करने पहुंचेगा, लेकिन वह भगवान राम ने उसे अल्ट्रा रनिंग और एथलीट होने का जो प्रोफेशन दिया है, वह उसी के जरिए अयोध्या जाऊंगा। अब रामलाल की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कार्तिक खासे उत्साहित है और कार्तिक जोशी ने इंदौर से अयोध्या तक 14 दिन में करीब 1008 किलोमीटर दौड़कर सफर पूरा करने का फैसला किया है।
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14 दिनों में पूरी करेंगे यात्रा
दौड़कर अयोध्या जाने की वजह बताते हुए कार्तिक ने कहा कि जिस तरह से भगवान श्री राम ने 14 सालों का वनवास वन में बिताया था, इस तरह यह याद दौड़ भी 14 दिन में पूरी की जाएगी. वहीं यात्रा 945 किलोमीटर है, लेकिन इसे सनातन ऋषि मुनियों के शुभ अंक 1008 किलोमीटर दौड़कर पूरा करेंगे। दरअसल, इस पूरी दौड़ का मकसद युवाओं को सनातन परंपरा से जोड़ना है. 1008 किलोमीटर की यात्रा के दौरान अल्ट्रा रनर कार्तिक जोशी के साथ-साथ 7 सदस्यों का दल रहेगा, जिसमें एक एंबुलेंस भी शामिल है। कार्तिक जोशी ने अपनी रनिंग के जरिए युवाओं को भगवान राम के कथानक से सीख लेने की नसीहत दी है।