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INDORE. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे वॉट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर चाइल्ड पोर्न देखना या शेयर करना आपराध की श्रेणी में आता है। ऐसा ही चाइल्ड पोर्नोग्राफी का एक मामला सामने आया है। इंदौर में चाइल्ड पोर्नोग्राफी कंटेंट को वायरल करने पर पुलिस ने 8 FIR दर्ज कर ली है। इसमें से 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने बताया कि गलती से कंटेंट अपलोड और शेयर हो गया था।
पुरुषों ने महिला के नाम से बनाई फेक इंस्टा ID
इंदौर पुलिस के गिरफ्त में आए 4 आरोपी ने इंस्टा पर महिलाओं के नाम से फेक ID बनाकर यह वीडियो शेयर किया था। इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने गांधी नगर, सदर बाजार, एरोड्रम, आजाद नगर थाने में केस दर्ज किया हैं। पुलिस ने बताया चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में 8 FIR हो चुकीं हैं। जिसमें से 6 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पहली बार चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े वीडियो अपलोड किए हैं।
MP समेत कई राज्यों में फैले हैं रैकेट
चाइल्ड पोर्नोग्राफी का एक रैकेट राजस्थान, एमपी, यूपी, बिहार से लेकर तमिलनाडु फैले हुआ हैं। यह छोटा सा और बिखरा हुआ हिस्सा है, लेकिन कंटेंट को लोगों तक पहुंचाना, इसके लिए नेटवर्क तैयार करना और कंटेंट परोसते रहना ये पूरी प्लानिंग संगठित रूप से किया जाता है। नाबालिग से लेकर वयस्क तक इस पोर्न कंटेंट को अलग-अलग जगहों पर सर्कुलेट करते हैं।
AI ट्रैक करता है सोशल मीडिया पोस्ट
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट तक को AI ट्रैक करता है। AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के जरिए सोशल मीडिया की पूरी निगरानी की जा रही हैं। इसके बाद कोई भी कंटेंट पोर्नोग्राफी कंटेंट है या नहीं इसके लिए इसे मेनुअली क्रॉस चेक भी किया जाता है। सभी एजेंसियां और प्लेटफॉर्म ये डाटा सरकार से शेयर करती है जहां से यह पुलिस तक आती है। अगर कंटेंट पोर्नोग्राफी कैटेगरी में आता है तो उस एकाउंट पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जाती है।