संजय गुप्ता, INDORE. गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा इंदौर के चुनाव के लिए नई तारीख 11 फरवरी 2024 तय हो गई है। इसी तारीख की घोषणा कुछ दिन पहले सभा के प्रधान रिंकू भाटिया ने संगत बुलाकर की थी, जिसे अब अकाल तख्त ने मानकर पत्र जारी कर दिया है। साथ ही चुनाव अधिकारी व सहायक के भी नाम घोषित कर दिए हैं।
अकाल तख्त से आए पत्र में यह लिखा है
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा इंदौर के चुनाव संबंध में कार्यालय सचिवालय श्री अकाल तख्त साहिब में आयोजित बैठक में साहिब, प्रधान गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा द्वारा भेजे गए पत्र क्रमांक 255 दिनांक 06-12-2023, इसके अलावा इंदौर की संगत की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उप समिति द्वारा भेजी गई रिपोर्ट पर चर्चा की गई। इसके आधार पर, पूज्य सिंह साहिब जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने आदेश दिया है कि गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा इंदौर में सभी दलों की सहमति से 11-02-2024 को चुनाव होगा। चुनाव कराने के नियम इस प्रकार होंगे, जिनका पालन करना सभी पार्टियों के लिए बाध्य होगा ।
इन नियमों के तहत होंगे चुनाव
1.यह चुनाव श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारियों जिसमें मुख्य चुनाव अधिकारी राजिंदर सिंह और सहायक चुनाव अधिकारी त्रिलोचन सिंह व रविंदर सिंह द्वारा कराया जाएगा।
2.इन चुनाव अधिकारियों के साथ सहायक चुनाव अधिकारी के तौर पर बलबीर सिंह वासु, सीनियर महेंद्र सिंह चंडोक, इंद्रजीत सिंह खनूजा, मलूक सिंह गुजराल, एडवोकेट आर पी सिंह नैय्यर, सीनियर. चरणजीत सिंह आहूजा, रघबीर सिंह नारंग, सतनाम सिंह शीतल, परविंदर सिंह भाटिया, बलविंदर सिंह कलसी, हरजीत सिंह सलूजा, महेंद्रपाल सिंह अरोड़ा होंगे।
3.चुनाव के समय प्रत्येक बूथ पर श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दो प्रतिनिधि नियुक्त किए जाएंगे।
4.चुनाव में भ्रष्ट व्यक्ति को वोट देने का अधिकार नहीं होगा।
5.मतदाता सूची को आधार कार्ड से जोड़ने की जिम्मेदारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं अध्यक्ष गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा की होगी।
6. इंदौर नगर निगम सीमा क्षेत्र के रहवासी मतदाता ही मतदान में शामिल हो सकेंगे।
7. वोट देने का अधिकार केवल उन्हीं मतदाताओं को दिया जाएगा जो इंदौर नगर निगम के क्षेत्राधिकार में आते हैं।
तदर्थ कमेटी बनाने की मोनू की चाल हुई फेल
रिंकू भाटिया द्वारा चुनाव तारीख घोषित करने के साथ ही तदर्थ कमेटी बनाकर उन्हें गुरुसिंघ सभा का प्रबंधन सौंपने के आदेश को खारिज कर दिया गया था। आरोप लगाए गए थे कि अकाल तख्त से मोनू भाटिया गुट द्वारा यह पत्र निकलवाए जा रहे हैं और हम चुने हुई कमेटी है, इसलिए तदर्थ कमेटी किसी भी हाल में नहीं बनाएंगे। इसके बाद मोनू भाटिया के फतेह पैनल ने प्रकाश पर्व के दौरान लोगों से फार्म भरवाए, फिर अमरदास हॉल में संगत की बैठक बुलाई और रिंकू भाटिया गुट के फैसले का विरोध कर तदर्थ कमेटी बनाए जाने की मांग रखी। लेकिन अब अकाल तख्त के बाद यह मांग और चाल फेल हो गई है और अब 11 फरवरी चुनाव तारीख घोषित हुई है। यह चुनाव जुलाई 2023 में होने थे और तभी से तारीख पर तारीख बढ़ती जा रही है।