BHOPAL. मप्र के जबलपुर की रहने वाली रजिया बी अब नंदिनी हो गई है। बता दें कि उन्होंने मंदिर पहुंचकर सनातनी परंपरा के अनुसार हिंदू धर्म अपनाया है। मंदिर के पुजारी ने नर्मदा के जल से रजिया बी से वैदिक मंत्रोच्चार करवाए और गुरुमंत्र दिया। रजिया बी का कहना है कि भगवान राम अयोध्या में विराजे हैं, तो मुझे भी घर वापसी चाहिए।
हिंदू धर्म के प्रति बचपन से ही झुकाव
बता दें कि रजिया बी ने अपने इस फैसले के पीछे बड़ी वजह बताई है। उन्होंने बताया कि मुस्लिम समाज में महिलाएं हलाला और बुर्का प्रथा में जकड़ी हुई हैं। इसकी वजह से मुझे बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बचपन से ही रजिया का झुकाव हिंदू धर्म के प्रति रहा है। जानकारी के मुताबिक धर्म परिवर्तन के लिए उनके पति ने भी सहमति दे दी है। जल्द ही वे और उनके बच्चे भी हिंदू धर्म को अपनाएंगे।
हिंदू धर्म में बेटियों को बचपन से ही पूजा जाता है
रजिया ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना हुई है और भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। उसके बाद देशभर राम नाम का लहर है। वहीं रजिया बी ने अपना नाम बदलकर अब नंदिनी रख लिया है। उन्होंने अपने इस फैसले के बारे में अपने पति से बताया और पति ने उनके इस फैसले का समर्थन भी किया। उनका कहना है कि जब उनकी शादी हुई थी, उन्हें तभी हिंदू धर्म को अपनाना था। क्योंकि सनातनी संस्कृति में बेटियों को जन्म से देवी का रूप माना जाता है।
क्या कहा हिंदू धर्म सेना के संयोजक योगेश अग्रवाल ने
बता दें कि हिंदू धर्म सेना के संयोजक योगेश अग्रवाल ने कहा कि में आज नंदिनी का, पूर्व नाम रजिया बी का सनातन धर्म में वापसी पर स्वागत करता हूं। यहां नारियों को देवी के रूप में पूजा जाता है। आज नंदिनी ने भी ये बात स्वीकार की है। सनातनी धर्म की अच्छाई से प्रभावित होकर ही नंदिनी ने घर वापसी की है।