Jaipur. राजस्थान में छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने भले ही मुख्यमंत्री ने पुलिस को सख्त कार्रवाई के आदेश दे रखे हों लेकिन पुलिस का रवैया छेड़छाड़ करने वालों को प्रोत्साहन देने वाला है। जयपुर में बीती रात हुई छेड़छाड़ की घटना यही संदेश देती है। दरअसल जयपुर में बीती रात एक क्लब के बाहर युवती से छेड़छाड़ की घटना हो गई। शोहदों ने क्लब के बाहर कैब का इंतजार कर रही युवती से अश्लील बातें शुरु कर दीं। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई, बीचबचाव के लिए आए युवती के मित्र को भी शोहदों ने पीट दिया। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने पीड़िता को ही ज्ञान दे डाला। आरोप है कि जवाहर नगर थाने के ड्यूटी ऑफिसर ने पीड़िता पर कमेंट किया कि ऐसे कपड़े पहनकर रात में घूमोगी तो यही होगा।
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यह है मामला
दरअसल भरतपुर निवासी हेमंत अपनी गर्लफ्रेंड के साथ हब 40 क्लब जीटी गया हुआ था। रात तकरीबन सवा 12 बजे दोनों क्लब से बाहर निकलकर कैब का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक वहां पहुंचे और युवती से छेड़छाड़ और अश्लील कमेंट करने लगे। युवती ने विरोध किया तो शोहदे उसके साथ मारपीट करने लगे, बीचबचाव करने पहुंचे हेमंत पर भी शोहदों ने हमला कर दिया। झगड़ा होता देख मौके पर लोगों को इकट्ठा होता देख शोहदे बाइक पर रफूचक्कर हो गए। हेमंत का आरोप है कि घटना के बाद जब शोहदों की शिकायत लेकर जवाहर सर्किल थाने पहुंचे तो पुलिस अधिकारी ने उल्टा युवती को ही नसीहत देना शुरु कर दी। उसका कहना था कि देर रात ऐसे कपड़े पहनकर निकलोगी तो यही होगा। आरोप यह भी है कि काफी आनाकानी के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
सतर्क जयपुर-सुरक्षित जयपुर अभियान की खुली पोल
बता दें कि एक ओर जयपुर पुलिस ने सतर्क जयपुर-सुरक्षित जयपुर के नाम से अभियान चला रखा है। जिसमें छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास करने का दावा किया जाता है। उधर सीएम गहलोत भी पुलिस को ताकीद दे चुके हैं कि छेड़छाड़ करने वालों से सख्ती से निपटा जाए, लेकिन इस घटना ने पुलिसिया कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के उस आदेश को भी पुलिस वाले धता बताते हैं जिसमें छेड़छाड़ की घटनाओं पर पहले एक्शन लिए जाने के निर्देश हैं।