संजय गुप्ता, INDORE. मध्य प्रदेश एम्प्लाई सिलेक्शन बोर्ड (ESB) की पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले की जांच रिपोर्ट इसी माह में सबमिट होने जा रही है। कमेटी को सभी जरूर दस्तावेज बोर्ड से मिल चुके हैं और कमेटी इसका अंतिम तौर पर अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है। इसी माह के अंत तक यह रिपोर्ट कभी भी सबमिट हो जाएगी। इस रिपोर्ट पर दस लाख उम्मीदवारों की नजरें टिकी हुई है। द सूत्र को कमेटी और शासन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात की अनौपचारिक तौर पर जानकारी दी है।
तत्कालीन सीएम चौहन ने बैठाई थी जांच
पटवारी परीक्षा के रिजल्ट के बाद ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज से ही ट़ॉप टेन में से सात उम्मीदवारों के आने के बाद इस पर विवाद हो गया। तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आरोपों के बाद 19 जुलाई को हाईकोर्ट के रिटायर जज राजेंद्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जांच कमेटी बना दी थी। रिपोर्ट देने की समयसीमा 31 अगस्त रखी गई फिर इसका कार्यकाल बढ़ाकर 31 अक्टूबर कर दिया गया, लेकिन कमेटी की जांच पूरी नहीं हुई है। बाद में चुनाव के चलते मामला अटक गया। चुनाव खत्म होने के बाद कर्मचारी चयन मंडल ने कमेटी को सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिए, जिसके बाद जांच फिर आगे बढ़ गई और अब अंतिम दौर में हैं।
दस लाख अभ्यर्थी अटके ही रहेगें, आठ हजार चयनित पटवारी भी
ईएसबी की अप्रैल 2023 में हुई इस परीक्षा में करीब दस लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे, फॉर्म करीब 12 लाख से ज्यादा ने भरा। पटवारी, सब ग्रुप टू, फोर के हजारों पदों पर उम्मीदवार चयनित हुए। चयनित हुए आठ हजार पटवारी रिजल्ट आने के बाद से ही जुलाई अपनी नियुक्ति की राह देख रहे हैं। वहीं जिनका चयन नहीं हुआ, वह इसमें जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं।
दोनों उम्मीदवार कर चुके प्रदर्शन और मांग
पटवारी भर्ती परीक्षा के चयनित उम्मीदवारों ने सितंबर माह में भोपाल के नीलम पार्क में जल्द से जल्द पोस्टिंग की मांग को लेकर प्रदर्शन कर पैदल मार्च किया था। पुलिस ने लात घूंसों से चयनित उम्मीदवारों की पिटाई की थी। इसके 50 से ज्यादा चयनित उम्मीदवारों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज किया था। वहीं कई उम्मीदवार इस घोटाले की जांच रिपोर्ट आने, परीक्षा रद्द करने जैसी मांग कर चुके हैं।
एक ही कॉलेज के सात टॉपर आने पर हुआ था विवाद
पटवारी भर्ती परीक्षा 2022 के रिजल्ट में टॉप 10 स्टूडेंट की जो सूची जारी हुई तो उसमें ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज के एक ही सेंटर के 7 छात्र इसमें शामिल थे। इसके बाद पूरा रिजल्ट कठघरे में आ गया। इसके बाद सीएम ने जांच के आदेश दिए।
पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली का आधार ऐसे बना
घोटालों के लिए इस कारण लगे आरोप - मेरिट लिस्ट 10 दिन बाद आई, इसमें टॉप-10 में से 7 अभ्यर्थियों का सेंटर एक ही कॉलेज में, कॉलेज के मालिक विधायक हालांकि उनका टिकट इस बार चुनाव में काट दिय गया, दिव्यांग कोटे से चयनित ज्यादातर मुरैना जिले के जौरा से और सबके उपनाम में त्यागी है, वहीं ये बात भी उठी कि कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी थे, वन रक्षक भर्ती परीक्षा में फिट है जबकि पटवारी भर्ती परीक्षा में विकलांग हैं।
यह हुआ पटवारी भर्ती में अभी तक
22 नवंबर 2022 ESB की ओर से ग्रुप- 2 सब ग्रुप-4 और पटवारी की संयुक्त भर्ती परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया। 5 जनवरी 2023 से 19 जनवरी 2023 तक फॉर्म भरा। लगभग 13 लाख ने फॉर्म भरे। परीक्षा 15 मार्च से 25 अप्रैल 2023 तक चली जो मप्र के 78 केंद्रों पर अलग-अलग शिफ्ट में हुई और इसमें 9,78, 266 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। इसके बाद 30 जून को रिजल्ट जारी हुआ जिसमें 8600 चयनित हुए। इसके बाद मेरिट लिस्ट आई जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया।