वेंकटेश कोरी, JABALPUR. जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर आज से हड़ताल पर चले गए हैं। पिछले एक सप्ताह पहले उन्होंने मेडिकल कॉलेज के डीन और जबलपुर के संभाग आयुक्त को पत्र देकर 7 दिन के भीतर उनकी मांगों को मानने की गुहार लगाई थी, लेकिन समय सीमा बीतने के बाद जब प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया तो मंगलवार से मेडिकल के जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल के पहले दिन जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया है। ओपीडी की यह सेवाएं आज और कल पूरी तरह से बंद रहेंगी। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर चंद्रबाबू रजक ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन और शासन का रवैया ऐसा ही रहा तो वे आगे उग्र आंदोलन की रणनीति पर विचार करेंगे।
11 जनवरी से बंद हो जाएंगी आवश्यक सेवाएं!
जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाओं को बंद करने के साथ ही अपने आंदोलन को और तेज रफ्तार देने की चेतावनी दी है। जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कहा है कि लगातार मांग करने के बावजूद भी शासन और प्रशासन उनके हितों की लगातार अनदेखी कर रहा है ऐसे में उनके पास हड़ताल के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने कहा है कि अगर शासन का रवैया ऐसे ही उदासीन रहा तो 11 जनवरी से मेडिकल कॉलेजेस अस्पताल की आवश्यक सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी।
मेडिकल कॉलेज परिसर में किया प्रदर्शन
स्टाइपेंड न मिलने से गुस्साए मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने मेडिकल अस्पताल कॉलेज परिसर में ही प्रदर्शन शुरू किया। हाथों में तख्तियां लेकर उन्होंने इस आंदोलन को अपने लिए सम्मान की लड़ाई करार दिया। उनका कहना है कि शासन प्रशासन की तमाम योजनाओं और सेवाओं के लिए भरपूर बजट है, लेकिन जूनियर डॉक्टर्स को राशि देने की जब बारी आती है तो बजट की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की जा रही है। बताया जा रहा है कि जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में 350 से भी ज्यादा जूनियर डॉक्टर हैं जिनके हड़ताल पर चले जाने से आवश्यक सेवाओं पर बुरा असर पड़ सकता है।