नितिन मिश्रा, JAGDALPUR. छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होना है। प्रदेश में अब चुनावी तैयारियां शुरू हो गई हैं। नक्सलियों के सप्लाई नेटवर्क को धुत्त करने चार प्रदेशों के अफसरों ने बैठक की है। साथ ही चुनाव से पहले सुरक्षा गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके अनुसार चुनाव के समय किसी भी नेता को हर एक कार्यक्रम के पहले जानकारी देनी होगी।
नक्सलियों के सप्लाई नेटवर्क ध्वस्त करने हुई बैठक
जगदलपुर में चार राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अफसरों ने बैठक की है। दरअसल नक्सलियों द्वारा विधानसभा चुनाव से पहले एक पर्चा जारी किया है। जिसमें वोट मांगने आने वाले नेताओं को मारकर भगाने की बात कही गई है। इस पर्चे ने अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। चुनाव के समय नक्सलियों का सीधा निशाना या तो नेता होते हैं या तो जवान होते हैं। उन्हे ही मारकर चुनाव के समय माहौल खराब किया जाता है। अब इस बार शांति पूर्ण मतदान के के लिए यह बैठक आयोजित की गई है। जिसमें नक्सलियों के अंतर्राज्यीय सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त करने की नीति बनाई गई है।
इन बातों पर हुई चर्चा
सीमावर्ती राज्यों के अफसरों की इस बैठक में माओवादी परिदृश्य व चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने माओवादी रणनीति की समीक्षा एवं तत्संबंध में सुरक्षा बलों की काउण्टर रणनीति अंतर्राज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादियों के विरुद्ध संयुक्त कार्रवाई । माओवादियों के सप्लाई नेटवर्क को अवरुद्ध करने के लिए कार्रवाई। सीमावर्ती सुरक्षा विहीन क्षेत्रों में नवीन फारवर्ड कैम्पों की स्थापना एवं अंतरराज्यीय संयुक्त अभियानों का संचालन। सीमावर्ती थाना, कैम्पों के मध्य आपसी समन्वय । माओवादियों के क्रासिंग पाइंट व उनके सीमा पार मूवमेंट को रोकने के लिए कार्रवाई । माओवादी अग्र संगठनों व सहयोगियों की पहचान, विधिसम्मत कार्रवाई। चुनाव के दौरान अन्तर्राज्यीय सीमा पर स्थाई व मोबाइल चेकपोस्ट । चुनाव के दौरान माओवादी घटनाओं व मादक पदार्थों के अवैध परिवहन की रोकथाम के लिए योजना एवं क्रियान्वयन । चुनाव को बिना किसी रुकावट के शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराने की चर्चा हुई है।
जारी की गई है गाइडलाइन
इस बैठक में नेताओं को पुलिस की ओर से कई टिप्स भी दिए हैं। जिनका उन्हें कड़ाई से पालन करने कहा गया है। साथ ही सभी राजनीतिक दलों को बता दिया है कि पूरे संभाग में किसी भी इलाके में कोई भी बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने से पहले इसकी सूचना पुलिस को देनी होगी। प्रचार के लिए अंदरूनी गांवों में जाने वाले नेताओं को 24 घंटे पहले जानकारी देनी होगी।