Jagdalpur. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लगभग 4 महीने से भी कम का समय बचा हुआ है। ऐसे में जगदलपुर के सामु कश्यप को अभी भी कांग्रेस से काफी उम्मीदें हैं। सामु आखरी बार 2013 में कांग्रेस से चुनाव लड़े थे, जिसके लिए टिकट उन्हें खुद राहुल गांधी ने दी थी। उसके बाद से 2018 में सामु को टिकट नहीं दी गई और न ही 2018 के बाद कोई बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। अभी भी सामु कश्यप के पास प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोई पद है, ना ही उनकी कोई पूछ परख हो रही है।
राहुल गांधी को खूब पसंद आए थे सामु कश्यप
बताया जाता है कि सामु कश्यप राहुल गांधी के काफी चहेते रहें हैं। ऐसे में जब राहुल गांधी 2013 में बस्तर के जमावड़ा गांव पहुंचे थे, तब उन्हें सामु का स्वभाव और उसकी काम के प्रति ललक ने काफी प्रभावित किया। जिसके बाद राहुल गांधी ने यह निर्णय लिया कि जगदलपुर से कांग्रेस के चेहरे सामु कश्यप रहेंगे। जब सामु कश्यप को टिकट मिली तो उन्होंने अपना सचिव पद छोड़ कर चुनाव लड़ा था। हालांकि चुनाव में सामु कश्यप को हार का सामना करना पड़ा था।
कर्ज में डूबे फिर भी सामाज के लिए खड़े है सामु
विधानसभा चुनाव 2013 में चुनाव लड़ने के के लिए सामु कश्यप ने अपनी नौकरी छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ली थी। हार के बाद उन्हें कुछ दिनों तक एआईसीसी के मेंबर के रूप में भी रखा गया। लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सामु कश्यप को कोई पूछने वाला नहीं है। बताया जा रहा है कि चुनाव में उन्होंने कुछ पैसे उधार लिए थे। अभी भी सामू कश्यप कर्ज में डूबे हुए हैं। वही सामु समाज के लिए भी मुद्दों को लेकर जनप्रतिनिधि के पास आवाज बुलंद करते रहे हैं। हाल फिलहाल में उन्होंने आरक्षण के लिए भी प्रदर्शन किया था।