संजय गुप्ता, INDORE. कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने इंदौर में मीडिया से चर्चा के दौरान बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कहा कि वह अब कांग्रेस का विषय नहीं है। वह बीजेपी के हैं, अब बीजेपी को तय करना है कि वह उनके लिए आगे क्या तय करती है, उनकी मप्र में क्या भूमिका रहेगी अब यह संदिग्ध है। हालांकि उनकी प्राथमिकता रहेगी कि जो महाराज बीजेपी के सदस्य हैं, उन्हें टिकट मिल जाए। बीजेपी तो बहुत बदलाव करती है अब उन्हें टिकट मिलेंगे या नहीं, अभी तो यही तय नहीं है। जब वह कांग्रेस में थे तो उन्हें सब कुछ मिला। जयवर्धन सिंह ने यह भी कहा कि शायद लोकसभा में जो परिणाम आया (सिंधिया गुना से हारे) वह सिंधियाजी नहीं झेल पाए थे। हमारे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें वापस नहीं लेंगे।
लाड़ली बहना योजना तो प्रियंका गांधी की
लाड़ली बहना योजना को लेकर जयवर्धन सिंह ने कहा कि यह मूल रूप से महिलाओं को सम्मान देने की योजना प्रियंका गांधीजी की रही है। इसे हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस द्वारा लॉन्च की गई थी। मप्र में तो यह योजना शिवराज सरकार द्वारा बाद में लाड़ली बहना के रूप में लाई गई। हम मप्र में नारी सम्मान योजना ला रहे हैं ताकि वह महंगाई से लड़ सकें।
विजयवर्गीय को तो शिवराज ने बेचारा बना दिया
उधर बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव द्वारा लगातार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर टिप्पणी करने और उन्हें दो बेचारे कहने पर सिंह ने कहा कि विजयवर्गीय दिग्गज नेता हैं, लेकिन उनको भी शिवराज जी ने बेचारा बना दिया है। जो उनका कद है, उनकी अहम भूमिका रही है, इंदौर बीजेपी और प्रदेश बीजेपी में, उनको उतना सम्मान नहीं मिल पा रहा है। हमें विश्वास था कि पश्चिम बंगाल में जीत के बाद वह राज्यसभा में जाते तो पता नहीं क्यों बीजेपी उन्हें सम्मान नहीं दे पा रहे हैं। ब्यूरोक्रेसी के व्यवहार को लेकर सिंह ने कहा कि इस बार सुनने में आया है कि वह भी चाहती है कि इस बार बदलाव हो। बीजेपी के राज में कोई भी काम बिना पैसे के नहीं होता है, अब ऐसा माहौल सभी जगह हो गया है, हर जगह उनके दलाल बैठे हुए हैं।
डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भी दिया जवाब
सिंह ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा द्वारा दिग्विजय सिंह को चाचाजान कहे जाने के बयान पर कहा कि वह लगातार खबरों में बने रहने के काम करते हैं, क्योंकि वह ना तो शिवराज बीजेपी में है और ना ही महाराज बीजेपी के अंग है। वह नाराज बीजेपी के अंग है और लगे हुए हैं कभी तो उनकी मंशा पूरी होगी।
जयस का ही प्रभाव, आप व अन्य दलों का नहीं है
प्रदेश चुनाव में आप, जयस, गौंडवाना पार्टी व अन्य दलों के प्रभाव को लेकर जयवर्धन सिंह ने कहा कि वैसे तो सभी दलों की भूमिका रही है। लेकिन मप्र में अभी भी दो दलीय व्यवस्था रही है। इस बार भी बीजेपी-कांग्रेस के बीच चुनाव होगा। जयस जरूर अधिक सक्रिय है, लेकिन उनके पदाधितकारी डॉ. हीरालाल अलावा तो कांग्रेस से ही विधायक हैं। एक धड़ा तेलंगाना दल के साथ चला गया है तो अभी वहां भी असमंजस है। आप की भूमिका अभी मुश्किल है क्योंकि उनके मंत्री ही भ्रष्टाचार में उलझ गए हैं।
इन मुद्दों पर भी बोले सिंह
- यूनिफार्म सिविल कोड से कुछ नया नहीं मिलेगा, पहले से ही हमे सब अधिकार मिले हुए हैं
- बजरंग दल पर हुए लाठीचार्ज मामले में जो विडंबना बीजेपी की है, वही बताए किस ओर है, वहीं लोकतंत्र में सभी को आंदोलन का अधिकार है
- योग पर कहा कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को स्लिप डिस्क समस्या योग से ही दूर हुई है, हम सभी योग करते हैं।
- भारत जोड़ो यात्रा के बाद हमारा विश्वास बढ़ा है, राहुल गांधीजी जो छवि खराब करने की कोशिश की जा रही थी, अब यात्रा के बाद देश के जनमानस का भी भ्रम दूर हुआ है।
- कमलनाथ जी को न्याय मिलना चाहिए इतनी योजनाएं लाए, काम किया। इसलिए उन्हें पूरे पांच साल सीएम के रूप में मिलना चाहिए, वही हमारे चेहरे हो यही हमारी कोशिश हो
- किसानों को दो लाख का कर्जा माफ होगा, हम अपने पुराने वादे को जो भी बचे हैं पूरे करेंगे।
- जहां हम बीजेपी को नहीं हरा पा रहे हैं, उन सीटों पर युवाओं को खड़ा करना चाहिए।