नितिन मिश्रा, JASHPUR. जशपुर से लूट की अनोखी वारदात सामने आई है। यहां आलू बेचकर वापस लौट रहे ट्रक ड्राइवर और खलासी ने मिलकर हजारों रुपए गायब कर दिए। दोनो ने अपने एक और साथी के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी रची। इसके बाद ड्राइवर ने पुलिस को खुद लूट की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर जाकर दोनो व्यक्तियों से कड़ाई से पूछताछ की। जिसके बाद दोनो ने बताया कि उन्होंने खुद ही पैसे छुपाने की बात कही।
ड्राइवर और खलासी को लूट की कहानी
अंबिकापुर के दर्रीपारा के रहने वाले ऋषि कुमार सिंघल का ट्रांसपोर्ट का काम है। उपेंद्र यादव ड्राइवर और खलासी धरम सिंह ऋषि सिंघल का 14 टायरों वाला ट्रक चलाते हैं। ड्राइवर उपेंद्र खलासी के साथ उत्तरप्रदेश से आलू लोड कर अंबिकापुर आया और छुट्टी लेकर चला गया। कुछ दिन बाद ड्राइवर उपेंद्र काम पर वापस आया और ट्रक का आलू खाली करने झारसुगड़ा उड़ीसा गया। वहां से आलू अनलोड करने के बाद 25 अगस्त को लोहा भरकर गोरखपुर उत्तरप्रदेश के लिए निकला। इस वक्त ड्राइवर के पास वापसी किराया के 54 हजार 400 रुपए थे। 26 तारीख को ड्राइवर ने किसी माध्यम से ऋषि सिंघल से संपर्क साधा उसने कहा कि
"पमशाला जंगल हमे 4 अज्ञात व्यक्तियों ने लूट लिया है। वो लोग बोलेरो गाड़ी से आए थे। हमारे साथ मारपीट कर सारे पैसे लेकर चले गए। वो लोग बहुत देर से पीछा कर रहे थे। जब थोड़ी चढ़ाई आई तो ट्रक की रफ्तार कम हो गई। उन्होंने रॉड मारकर कांच तोड़ दिया और सारे पैसे लेकर भाग गए।
मारपीट हुई लेकिन नहीं मेडिकल में नहीं आई चोट
ऋषि सिंघल ने फरसाबहार थाने में घटना की सूचना दी थी। जिसके बाद पुलिस बल पमशाला के जंगल ने घटना स्थल पर पहुंचा। शुरुआत में खलासी और ड्राइवर किसी और को आरोपी बता रहे थे। पुलिस ने मारपीट की बात पर दोनो का मेडिकल कराया। लेकिन मेडिकल में चोट का नामोनिशान नहीं मिला। पुलिस को दोनो पर शक हुआ। पुलिस की डांट डपट के बार ड्राइवर ने अपना मुंह खोला। उसने पुलिस को बताया कि उन दोनो ने मिलकर खुद ही पैसे चोरी किए हैं इसमें उसका एक और साथी भी है। गायब किए गए पैसों को ट्रक में ही छुपाया है। इसमें कुछ हिस्सा खलासी को भी मिलना था इसलिए उसने चुप्पी साध रखी थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उपेंद्र यादव बलरामपुर का रहने वाला है और खलासी धरम सिंह सोनभद्र जिला उत्तरप्रदेश का निवासी है।