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JODHPUR. दो साल पहले भंवरी देवी हत्याकांड मामले में जमानत मिले गैंगस्टर विशनाराम विश्नोई को पुलिस ने दबोच लिया है। दरअसल, 2 साल पहले जमानत के बाद विशनाराम ने फिर से आंतक मचाना शुरू कर दिया था। गैंगस्टर पर पुलिस ने 10 दिन पहले ही 1 लाख रुपए का इनाम घोषित कर दिया था। जिसके बाद शनिवार रात को फलोदी और जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने लोहावट थाना क्षेत्र के दयाकोर गांव से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी में ह्यूमन हिंट यानी मुखबिर तंत्र की बड़ी भूमिका रही।
घेराबंदी कर पकड़ा गया गैंगस्टर
बता दें कि यह गैंगस्टर पहले 3 बार पुलिस की आंख में धूल झोंक चुका है। लेकिन इस बार पुलिस ने आरोपी की हर हरकत को ट्रैस करके उसे पकड़ा। बीते दिन पुलिस को उसके गांव में होने की सूचना मिली थी। लेकिन वह कुछ समय बाद पीलवा गांव के लिए निकल गया था। हालांकि, पुलिस दयाकोर गांव के पास दोनों तरफ से घेराबंदी कर दी थी। इस दौरान रास्ते में ही पुलिस ने उसकी स्कार्पियो को टक्कर मार उसे रोक लिया लेकिन विशनाराम ने भागने की कोशिश की जिस कारण से वह पत्थरों पर गिर गया और उसके दोनो पैर में चोट लग गई।
भंवरी देवी हत्याकांड से कैसे जुड़ा था विशनाराम ?
भंवरी देवी हत्याकांड, जिसने भूचाल मचा दिया था, उसे विशनाराम ने ही अंजाम दिया था। दरअसल भंवरी देवी का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। जिसका शव विशनाराम को ठिकाने लगाने के लिए कहा गया था। विशनाराम ने भंवरी के शव को अपनी गाड़ी में रखवा कर अज्ञात स्थान पर ले गया था। उसके बाद भंवरी के शव को जलाकर नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने 2010 में उसे और उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार किया था। उसके बाद 2 साल पहले विशनाराम को जमानत मिल गई थी। जमानत पर बाहर आने के बाद लोहावट में एक शादी समारोह में विशनाराम अपने दुश्मनी गैंग से भिड़ गया थे। उसके बाद से वह पुलिस के हाथ में नहीं आ पाया।
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