BHOPAL. मध्यप्रदेश में सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने शनिवार, 5 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। ये डॉक्टर डॉ. बाला सरस्वती सुसाइड केस में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज हैं। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जीएमसी) भोपाल के अध्यक्ष डॉ. संकेत सीते के मुताबिक पूरे प्रदेश में जूनियर डॉक्टर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इसमें प्रमुख रूप से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और सागर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर शामिल हैं।
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डॉ. सरस्वती के सुसाइड के बाद से ही जीएमसी में हड़ताल
गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की जूनियर डॉक्टर डॉ. बाला सरस्वती ने रविवार, 30 जुलाई को सुसाइड कर लिया था। पिछले पांच दिन से जीएमसी में साथी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। वे सुसाइड केस के आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब इसी मुद्दे पर भोपाल के जूनियर डॉक्टर्स को प्रदेशव्यापी सपोर्ट मिल गया है। सभी अरुणा कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। हालांकि, अरुणा कुमार को एचओडी के पद से हटा दिया गया है।
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अमृतसर मेडिकल कॉलेज में कैंडल मार्च निकाला गया
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि डॉ. बाला सरस्वती सुसाइड केस में हमें हरियाणा, राजस्थान, बिहार, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश से भी जूनियर डॉक्टर्स का समर्थन मिल कर रहा है। इसी तहत अमृतसर मेडिकल कॉलेज में कैंडल मार्च निकाला गया है।
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बेनतीजा रही कॉलेज काउंसिल की बैठक, ब्लैक फ्राइडे मनाया
इसी मामले को लेकर शुक्रवार, 4 अगस्त को कॉलेज काउंसिल की दो बैठकें भी हुईं, लेकिन बेनतीजा रहीं। बैठक में भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह भी पहुंचे थे। कलेक्टर समेत मेडिकल कॉलेज के कई बड़े अफसरों ने भी जूनियर डॉक्टर से बातचीत कर उनकी परेशानियों को जाना। इसी क्रम में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सभी डॉक्टर्स ने शुक्रवार को काले कपड़े पहनकर ब्लैक फ्राइडे मनाया।
अन्य डॉक्टर्स ने भी डॉ. अरुणा कुमार को हटाने की मांग
इधर, शुक्रवार, 5 अगस्त को जीएमसी के महिला एवं प्रसूति विभाग के दूसरे डॉक्टर ने भी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन को लेटर देकर डॉ. अरुणा कुमार पर लगे आरोपों को सही बताया है। साथ ही उन्हें हटाने की मांग भी की। वहीं सीनियर डॉक्टर्स ने भी लेटर लिखकर जूनियर डॉक्टर्स का समर्थन किया है। इस सब के कारण हमीदिय अस्पताल का काम काज बेहद प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को ही 30 से ज्यादा ऑपरेशन टालने पड़े हैं। अस्पताल में केवल 23 ऑपरेशन ही हो सके। इसके अलावा मात्र 73 मरीजों को भर्ती किया गया।