इंदौर संभागायुक्त को जूनियर डॉक्टर्स ने बताए महिला डॉक्टर के रूम में जाने के नियम, दी चेतावनी उम्मीद है यह फिर से नहीं होगा

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BP Shrivastava
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इंदौर संभागायुक्त को जूनियर डॉक्टर्स ने बताए महिला डॉक्टर के रूम में जाने के नियम, दी चेतावनी उम्मीद है यह फिर से नहीं होगा

संजय गुप्ता, INDORE. साल 2006 बैच के प्रमोटी आईएएस मालसिंह भयडिया को इंदौर संभागायुक्त का पद संभाले हुए एक सप्ताह ही गुजरा है, लेकिन डॉक्टर लॉबी और उनके बीच में तल्खियां बढ़ रही हैं। मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन एमटीएच अस्पताल उप अधीक्षक को पद से हटाने को लेकर पहले ही उनके खिलाफ ज्ञापन दे चुके हैं और अब जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जूडा) ने तो उन्हें महिला संबंधी व्यवहार को लेकर ही नसीहत दे डाली। इस संबंध में उन्होंने डीन को ज्ञापन भी दे दिया है।





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यह कहा गया है ज्ञापन में





डीन डॉ. संजय दीक्षित के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि आयुक्त महोदय द्वारा तीन अगस्त को एमटीएच में निरीक्षण किया गया और इस दौरान उन्होंने जूनियर महिला डॉक्टर के ड्यूटी रूप में बिना किसी पूर्व सूचना के प्रवेश किया। सभी जूनियर महिला डॉक्टर इस कृत्य को अपनी निजता का हनन मानती हैं और आपसे आशा करती हैं कि भविष्य में माननीय आयुक्त महोदय द्वारा इस प्रकार के कृत्य की पुनरावृत्ति नहीं की जाएगी। 





ज्ञापन पर इनके हस्ताक्षर भी





ज्ञापन पर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. नयन जैन, ज्वॉइंट प्रेसीडेंट डॉ. सागर अगल, वाइस प्रेसीडेंट डॉ. दीप्ति वर्मा और सचिव डॉ. जैबा तंजीम के हस्ताक्षर है। 





इसके पहले मेडिकल टीचर्स ने दिया था ज्ञापन





मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन एमजीएम ने एमटीएच में हुई कार्रवाई को लेकर विरोध जताया और पैदल मार्च भी निकालकर डीन को ज्ञापन दिया। उनकी मांग है कि एमटीएच अस्पताल के उप अधीक्षक पद से हटाई गई डॉक्टर अनुपमा दवे को फिर से उनके पद पर बहाल किया जाए और दोबारा इस तरह के दौरों के दौरान दुर्व्यवहार नहीं किया जाए। 





एसोसिएशन की बैठक में यह हुआ था





एसोसिएशन के सचिव डॉ. अशोक ठाकुर ने कहा कि गायनिक विभाग की डॉ. अनुपमा दवे काफी काबिल डॉक्टर हैं, उन्हें मप्र शासन द्वारा चार बार पुरस्कृत किया गया। जिसमें दो बार तो कोरोना काल में किया गया है। संभागायुक्त के दौरे के दौरान उन्हें छोटे से कारणों के चलते पद से हटाने का गलत आदेश हुआ है और साथ ही मौके पर ही संभागायुक्त के पीए द्वारा मैडम को कहा गया कि अस्पताल छोड़कर तत्काल चले जाइए। एक पीए को क्लास वन ऑफिसर और वह भी महिला डॉक्टर को इस तरह से कहने का कोई मतलब नहीं था, यह सरासर दुर्व्यवहार है। इस तरह के दुर्व्यवहार को सहन नहीं किया जाएगा। इसलिए हमने मांग की है कि उन्हें दोबारा पद पर बहाल किया जाए और इस तरह के दौरे के दौरान गलत व्यवहार नहीं किया जाए। 





संभागायुक्त ने सोमवार को फिर किया एमटीएच का दौरा





संभागायुक्त भयडिया ने मंगलवार को पद संभालने के बाद बुधवार और गुरुवार को लगातार अस्पतालों के दौरे किए थे। इसके बाद सोमवार को फिर उन्होंने एमटीएच का दौरा किया और इस दौरान व्यवस्थाओं के पहले से दुरूस्त पाया। बाद में उन्होंने विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की और प्रेजेंटेशन देखा। साथ ही निर्माण एजेंसियों सहित सभी को समझाया कि काम में गुणवत्ता होना चाहिए, गड़बड़ी होने पर एफआईआर भी कराएंगे। वहीं विभागाध्यक्षों ने भी निर्माण को लेकर समस्याएं बताईं और कहा कि बारिश में बेसमेंट में पानी भर जाता है।



 



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