संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में एक बार फिर कैलाश विजयवर्गीय अधिकारियों को लेकर मुखर हुए। बीजेपी दफ्तर में शुक्रवार को हुए सभी नवनिर्वाचित विधायकों के सम्मान समारोह में उन्होंने कहा कि अधिकारियों के भरोसे रहे तो योजनाओं का बंटाधार हो जाता है। उन्होंने गुना मामले में सीएम डॉ. मोहन यादव की कार्रवाई को लेकर कहा कि उन्होंने बता दिया कि किस तरह से सरकार चलती है। एक नौजवान सीएम बनता है तो प्रशासन अलर्ट हो जाता है। सम्मान समारोह में सभी नवनिर्वाचित विधायक मौजूद थे।
अब अधिकारी नमस्ते करने लगे, चाय का पूछने लगे
विजयवर्गीय ने कहा कि मैं कल (गुरुवार) इंदौर विधानसभा एक में कार्यकर्ता बैठक में गया। वहां कार्यकर्ता बोले अधिकारियों का रवैया बदल गया है। मैंने पूछा कैसे ? तो उन्होंने बताया अब वे नमस्ते करने लगे हैं और चाय-वाय का भी पूछने लगे हैं।
सीएम ने की शानदार शुरुआत
विजयवर्गीय ने इसे लेकर सीएम डॉ. यादव को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि गुना मामले में जो भी प्रथमदृष्टया अधिकारी लापरवाह पाए गए, उन सभी को सीएम ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। सरकार ऐसे चलती है। जैसे मोहन जी ने कल शुरुआत की वो बहुत अच्छी शुरुआत है और इस बात को बताती है कि जब नौजवान सीएम बनता है तो प्रशासन अलर्ट हो जाता है।
ब्यूरोक्रेसी पर लगातार हमलावर रहे विजयवर्गीय, शिवराज पर भी कसा था तंज
विजयवर्गीय ने ब्यूरोक्रेसी को सपोर्ट करने को लेकर तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान पर लगातार तंज कसे हैं। निगम चुनाव के बाद तो उन्होंने खुलकर कहा था कि जितना भरोसा सीएम चौहान अधिकारियों पर करते हैं, वो अपने कार्यकर्ता पर करें तो और अच्छा होगा। हमेशा शिवराज सिंह चौहान पर अधिकारियों को सपोर्ट करने और संरक्षण देने के आरोप लगे हैं।
पहले भी विजयवर्गीय ने दिए ये बयान
- अधिकारियों की मालिश करना बंद कर दीजिए, उनमें दम होता तो जो इंदौर से उज्जैन गए और कहीं गए तो वहां भी उसे नंबर वन बना देते।
- ऐसा कोई अधिकारी पैदा नहीं हुआ, मैं फोन करूं और वो नहीं उठाए और काम नहीं करे।
- कार्यकर्ताओं से कहा- आप चिंता मत करना, काम होगा, विकास होगा और कार्यकर्ताओं का सम्मान होगा।
- विधानसभा एक का कार्यकर्ता किसी भी ऑफिस में जाएगा तो मान-सम्मान से उसे अधिकारी बैठाएंगे, क्योंकि वो 1 नंबर का कार्यकर्ता है, कैलाश जी का कार्यकर्ता है। मैं 10-12 साल से बाहर था तो इंदौर के विषय में बोलता नहीं था।
- अब इंदौर के अधिकारी भी समझ गए हैं कि रात की नींद कभी भी खराब हो सकती है। मेरा नाम जैसे ही घोषित हुआ तो आधे अधिकारियों की तो नींद उड़ गई।
- मैं भोपाल से फोन करूंगा और इंदौर में काम हो जाएगा।
अब हमें इंदौर को स्वास्थ्य और शिक्षा में भी नंबर वन बनाना है
विजयवर्गीय ने कहा कि व्यक्ति बड़ा बोलने से नहीं बल्कि बड़ा अपने विचारों एवं कार्यों से होता है। इंदौर की जनता ने ये साबित कर दिया है। हमें जो सफलता विधानसभा चुनाव में मिली है, उसे हमें आगे भी कायम रखना है। अब हमें इंदौर को स्वच्छता के साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा में भी नंबर वन बनाना है और इंदौर को एजुकेशन एवं मेडिकल हब बनाना है।
ये तो सेमीफाइनल था, फाइनल में प्रचंड जीत हासिल करना है- सिलावट
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि 30 सालों के बाद इंदौर की सभी 9 सीटों पर विजय प्राप्त हुई है। इंदौर का प्रभाव प्रदेश सहित देश में भी पड़ता है, चाहे सफाई हो विकास हो या शिक्षा। मातृशक्ति को प्रणाम करना चाहता हूं कि उन्होंने अपने वोट के माध्यम से कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। अब हमारा लक्ष्य है कि हमने 2023 का सेमीफाइनल तो जीत लिया है, 2024 के फाइनल में भी हमें प्रचंड बहुमत की विजय प्राप्त करनी है।
ये सभी नेता रहे मौजूद
इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी ने कहा इंदौर की इस प्रचंड विजय की चर्चा पूरे प्रदेश से लेकर दिल्ली तक है। इसका श्रेय कार्यकर्ताओं को जाता है। नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जो इतिहास बनाया है, वो एक दिन में नहीं बनता। कार्यकर्ताओं ने अपने परिश्रम से सिर्फ सभी सीटों पर विजय नहीं दिलाई है, साथ ही बड़े नेताओं को उनके बूथ पर भी हराने का काम किया है। इस मौके पर वरिष्ठ बीजेपी नेता बाबूसिंह रघुवंशी, गोपी कृष्णा नेमा, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, राकेश गोलू शुक्ला, मधु वर्मा और मनोज पटेल मुख्य रूप से मौजूद रहे।