BHOPAL. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। कमलनाथ ने देश में बढ़ रहे किसानों के आत्महत्या मामले और कर्जमाफी को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों को सिर्फ वोट का जरिया नहीं समझकर उनके जीवन स्तर में सुधार के लिये कारगर कदम उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि नई सरकारों ने कर्जमाफी योजना को ही बंद कर दिया है।
कांग्रेस सरकार ने किसान हित में काम
कमलनाथ ने अपने 15 महीने की सरकार में किसानों के हित में किए गए काम और उनकी कर्ज माफी को याद करते हुए कहा कि उनकी कर्जमाफी की वजह से किसानों की आत्महत्या दर कमी आई थी, लेकिन बीजेपी सरकार ने किसान कर्ज माफी योजना बंद कर दी है, जिसकी वजह से फिर से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।
3.7 प्रतिशत बढ़ें किसान आत्महत्या के मामले
पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर लिखा कि केन्द्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में देश में 11290 किसानों ने आत्महत्या की है, वहीं साल 2021 में 10281 किसानों ने अपनी जान दी थी, साल 2021 की तुलना में 2022 में किसान आत्महत्या में 3.7% की वृद्धि हुई है, एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक देश में प्रतिदिन 154 किसान आत्महत्या करते हैं।
उन्होंने आगे कहा हमारी अल्पकालिक सरकार ने मध्यप्रदेश के 27 लाख किसानों का कर्जा माफ कर किसान आत्महत्या में अंकुश लगाने में सफलता पाई थी, लेकिन बाद की सरकारों ने कर्जमाफी योजना को बंद कर किसानों का जीवन फिर संकट में डाल दिया, मैं हमेशा कहता हूं कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है, जब किसानों की जेब में पैसा होता है, तब ही हाट-बाज़ारों में रौनक होती है, क्रयशक्ति बढ़ती है।
कमलनाथ ने आगे कहा कि आज जरूरत है कि हम किसानों को सिर्फ वोट का जरिया नहीं समझकर उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए कारगर कदम उठायें और देश को खुशहाल किसान, खुशहाल खलिहान की तरफ ले जाएं।