KANKER. कांकेर में बेटे ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया था। फिर बहन को हार्टअटैक बताकर अंतिम संस्कार कर दिया। मामले का जब खुलासा हुआ तो पुलिस ने कब्र खोदकर शव को निकलवाया। फिलहाल आरोपी बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई मृतक की बेटी की शिकायत पर की है। शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
धक्का-मुक्की कर पिता को मार डाला
जानकारी के मुताबिक मोदे गांव में 7 जून को बजरू राम पटेल और उनके बेटे सुनील पटेल में किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। इतने में सुनील अपने बुजुर्ग पिता बजरू के साथ धक्का-मुक्की करने लगा। उसने अपने पिता की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसने परिजनों को बताया कि उनका निधन हार्ट अटैक होने की वजह से हुआ है। फिर कांकेर लाकर अंतिम संस्कार कर दिया था।
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आरोपी बेटा गिरफ्तार
बता दें, मृतक बजरू राम पटेल मतांतरित था। इसके चलते गांव वालों के विरोध के बाद बेटे ने शव को कांकेर हाउसिंग बोर्ड कालोनी ईमलीपारा में लाकर दफन किया था। बजरू की मौत की खबर जब उनकी बेटी जानकी बाई को लगी तो वह हैरान रह गई। लेकिन जब तक वहां पहुंचती, तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। वह अपने पिता को आखिरी बार भी नहीं देख पाई। उसने 15 जून को पुलिस थाने पहुंचकर इस मामले की जानकारी दी। पुलिस ने इस मामले की जांच-पड़ताल की तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ। हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
धर्मांतरण मसले के चलते गांव वालों ने शव दफनाने नहीं दिया था
बजरू के भाई सगनूराम पटेल ने बताया कि बजरू ने दो शादी की थी। पहली पत्नी की एक बेटी जानकी बाई पटेल है, जिसकी शादी विश्रामपुरी के पलना में हुई है। पहली पत्नी की मौत के बाद उसने दूसरी शादी कुमारी बाई से की थी। इससे उनके तीन बच्चे (सुनील कुमार, अंजू और सुनीता) हैं। कुमारी बाई और उसके बच्चों ने मतांतरण कर लिया था। इस बाद से बजरू काफी परेशान रहता था और शराब पीता रहता था। वह शराब के नशे में मतांतरण को लेकर आए दिन घर में विवाद करता था। ये बात परिवार के किसी भी सदस्य को पसंद नहीं थी। सगनूराम के मुताबिक बजरूराम पूरी तरह से ठीक था, लेकिन 7 जून को उनके मरने की खबर उसके बेटे सुनील पटेल ने परिजनों को दी और कहा कि हार्ट अटैक से मौत हुई है। जब ग्रामीणों ने शव को गांव में दफनाने पर विरोध जताया तो उसके धर्म के साथी गांव पहुंचे और शव को लेकर चले गए। कांकेर के ईमलीपारा में शव को दफनाया गया था।