Kawardha. एसपी ऑफिस के सामने युवती ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत करने और कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाते हुए खुद पर मिट्टी तेल छिड़क लिया।पुलिस ने समय रहते युवती को नियंत्रण में ले लिया। पुलिस ने युवती को शिकायत पर समझाया कि, प्रेमी के परिजनों के खिलाफ कार्यवाही रायपुर पुलिस करेगी।लेकिन युवती के आक्रोश को देखते हुए कवर्धा पुलिस ने जीरो पर कायमी कर केस डायरी रायपुर भेज दी गई।युवती इस बात पर भी क्षुब्ध थी कि, प्रेमी के खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज की गई लेकिन पुलिस की विवेचना ढीली होने से आरोपी को जमानत मिल गई।
मुस्लिम समुदाय के ही प्रेमी युगल के बीच अनबन हुई। युवती की ओर से प्रेमी युवक के खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। युवती का आरोप यह भी था कि प्रेमी के परिजनों ने उससे मारपीट की है। युवती का गंभीर आरोप संबंधित थाना प्रभारी को लेकर भी था। कवर्धा एसपी ने युवती को आश्वस्त किया है कि जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
क्या है मसला
युवती मुस्लिम समुदाय से हैं और उसका सजातीय प्रेम संबंध था। युवती का आरोप है कि शादी की बात पर प्रेमी युवक अबरार खान हमेशा आश्वासन देता था। एक बार युवक उसे रायपुर स्थित एक होटल ले गया जहां वह दो दिन उसके साथ रही। युवक के परिजन वहां पहुंच कर मारपीट कर युवती को मुंगेली छोड़ गए और युवक को अपने साथ ले गए। युवती का आरोप है कि, इस मारपीट में प्रेमी युवक अबरार ने भी परिजनों का साथ दिया।युवती ने अबरार के खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराई जबकि परिजनों के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही नहीं की।युवक अबरार गिरफ़्तार हुआ और फिर ज़मानत पर रिहा हो गया। युवती का आरोप थानेदार पर है कि, उसने अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी की साथ ही विवेचना बेहद लचीली की जिससे आरोपी युवक की ज़मानत हो गई। युवती इन्हीं आरोपों पर कार्यवाही चाहती थी।
कवर्धा पुलिस का पक्ष है कि
इस मामले में कवर्धा पुलिस का पक्ष है कि, मारपीट की घटना मूलतः रायपुर में हुई। युवती को सलाह दी गई थी कि वह रायपुर में रिपोर्ट दर्ज कराए। युवती की रिपोर्ट पर आरोपी अबरार के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया जिसमें उसे जेल हुई और फिर अदालत से ज़मानत मिल गई। युवती आरोपी युवक के परिजनों के खिलाफ कार्यवाही चाहती थी और क़ानूनी अड़चन को समझने को तैयार नहीं थी। युवती के आक्रोश को देखते हुए ज़ीरो पर मामला दर्ज कर डायरी रायपुर भेजी गई है।
शुरु हुई सियासत
मामला कवर्धा का है जहां से प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर विधायक हैं। बीजेपी इस मामले को क़ानून व्यवस्था और मंत्री से जोड़ हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने इस घटनाक्रम पर नाराजगी जताते हुए इसे सरकार की तुष्टिकरण का सबूत बताया है।नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने युवती द्वारा थानेदार पर लगाए आरोप का ज़िक्र करते हुए कहा है
“पीड़िता अपने साथ घटित घटना को लेकर थाने जाती है तो थानेदार उसे अकेले में मिलने कहता है। क्या छत्तीसगढ़ में यही क़ानून का राज है।यह भूपेश बघेल सरकार की रीति नीति का घृणित प्रदर्शन है।”