BIKANER. पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हो रही हेरोइन तस्करी रोकने के लिए राजस्थान के पश्चिमी सरहद को जैमर से लैस करने की तैयारी है। जिसके तहत बीकानेर में बीएसएफ की खाजूवाला और सतराना सीमा चौकियों पर जैमर लगाने का प्रस्ताव दिया गया है। यह जैमर सिग्नल साइलेंसर यानी हाई फ्रीक्वेंसी के होंगे।
एंटी ड्रोन ऑपरेशन के लिए नाल एयरबेस को नोडल सेंटर बनाया
बीकानेर में वायुसेना के नाल एयरबेस और छावनी एरिया को जैमर और एंटी ड्रोन गन से लैस किया जा चुका है। पिछले 6 माह में बीएसएफ ने पाक से ड्रोन के जरिए भेजी गई 55 करोड़ की हेरोइन और 10 तस्कर पकड़े हैं। बीएसएफ के पास ड्रोन पर फायरिंग या पेट्रोलिंग करने के अलावा फिलहाल विकल्प नहीं है। एंटी ड्रोन ऑपरेशन के लिए नाल एयरबेस को नोडल सेंटर बनाया गया है।
बाड़मेर में सीमा पार से आए हेरोइन के 11 पैकेट बरामद
भारत-पाक सीमा पर बिजराड़ क्षेत्र के केलनोर में शनिवार, 1 जुलाई को हेरोइन के 11 पैकेट बरामद हुए। पाक से लाकर इसे खेत में गड्ढा खोदकर छिपाया गया था। आरोपी फिलहाल गिरफ्त से बाहर हैं।
पंजाब-श्रीगंगानगर बॉर्डर पर लगे जैमर
ड्रोन से हेरोइन व हथियारों की तस्करी रोकने को पंजाब से सटे इंटरनेशनल बॉर्डर की अतिसंवेदनशील बीओपी जैमरलैस की गई थी। प्रयोग सफल होने के बाद श्रीगंगानगर में भी एक-दो बीओपी पर जैमर लगाए गए हैं।
सेना ने मांगे 200 मैन पोर्टेबल ड्रोन जैमर
सेना ने 200 मैन पोर्टेबल ड्रोन जैमर मांगे हैं। ये सभी प्रकार के ड्रोन और क्वाडकॉप्टर का पता लगाने और जाम करने में सक्षम होगा। नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी में इनका इस्तेमाल होता है। 2022 में बीएसएफ ने पश्चिमी सीमा पर पिछले वर्ष की तुलना में ड्रोन गतिविधियों में तीन गुना वृद्धि की सूचना रक्षा मंत्रालय को दी थी। ड्रोन गतिविधियों की संख्या 2021 में 100 थी, 2022 में 304 हो गई।
हेरोइन तस्करी रोकने जैमर बेहतर विकल्प: बीएसएफ
बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि पाक ड्रोन से हो रही हेरोइन तस्करी चिंता का विषय है। इसे रोकने को पुलिस के साथ पेट्रोलिंग बढ़ाई है। एंटी ड्रोन गन का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। जैमर बेहतर विकल्प है, जिस पर विचार चल रहा है।