नितिन मिश्रा, KORBA. छत्तीसगढ़ में ज्योति मौर्या जैसा के सामने आया है। कोरबा में एक मजदूर ने अपनी पत्नी को पढ़ा लिखा कर शिक्षाकर्मी बनाया जिसके बाद नौकरी लगते ही पत्नी पति को छोड़कर निकल गई। कहना है कि किसी और के साथ रहने लगी है।
क्या मामला है
जानकारी के मुताबिक बाल्को हाउसिंग बोर्ड के निवासी शांति कुमार कश्यप भारत अल्युमिनियम प्लांट संयंत्र में ठेका मजदूर है।उसकी शादी 2011 में तिलकेजा की रहने वाली युवती लुलेश्वरी से हुई थी। वह अपनी पत्नी को पढ़ा लिखा कर ऊंचे मुकाम पर देखना चाहता था उसने मजदूरी कर अपनी पत्नी को खूब पढ़ाया लिखाया जिसके बाद उसके शिक्षाकर्मी वर्ग 3 में नौकरी लगी। नौकरी लगने के बाद पत्नी ने पति और परिवार से दूरी बनानी शुरू कर दी। पत्नी इसके 2 साल बाद 2021 में परिवार को छोड़कर दूसरे व्यक्ति के पास चली गई। शांति और सुलेश्वरी के दो बच्चे हैं। शांति कुमार कश्यप का कहना है कि पत्नी को दूसरे मर्द के साथ देख कर उसने ससुराल में इसकी बात बताई कि वह अपनी बेटी को समझाएं लेकिन मायके पक्ष के लोगों ने उल्टा भड़का दिया। परिवार परामर्श केंद्र और ग्राम पंचायत में हुई बैठक के बाद भी पत्नी ने पति के साथ रहने से इंकार कर दिया।
पति का ने लगाए ये आरोप
महिला के पति शांति कुमार कश्यप ने आरोप लगाया है कि बिना तलाक दिए उसकी पत्नी किसी दूसरे व्यक्ति के साथ रहने लगी है वह मां भी बन गई है इस अमर्यादित व्यवहार के लिए उसकी पत्नी को सेवा से बर्खास्त किया जाए। कोरबा के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शांति कुमार कश्यप ने आवेदन दिया है।इसमें उसने कहा है कि पत्नी को सरकारी नौकरी से बाहर किया जाए। अब मैं पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता हूं।बिना तलाक दिए वह छोड़ कर चली गई उसे फर्श से अर्श तक पहुंचाया उसी तरह अब पत्नी को फर्श पर लेकर आएंगे ताकि उसे अपनी करनी का एहसास हो।
ज़िला शिक्षा अधिकारी ने कहा - कोई शिकायत नहीं मिली है
इस पूरे मसले को लेकर कोरबा ज़िला शिक्षा अधिकारी ने द सूत्र से कहा है कि, उनके कार्यालय तक इस आशय की शिकायत ना लिखित में पहुँची है और ना ही मौखिक रुप से।