KONDAGAON. छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में नक्सलियों का आतंक देखने को मिला है। नक्सलियों ने गांव के कोटवार पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाते हुए हत्या कर दी। घटना बयानार थाना क्षेत्र के रेंगागोदी की है। नक्सलियों की बयानार एरिया कमेटी ने कोटवार की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए शव पर पर्चा छोड़ा है। पर्चा में लिखा है कि कोटवार पुलिस की मुखबिरी कर रहा था। समझने पर भी नहीं माना। इसलिए इसकी हत्या कर दी। पुलिस ने नक्सली पर्चा बरामद कर लिया है।
पुलिस ने की कोटवार की हत्या की पुष्टि
घटना की आधिकारिक पुष्टि करते हुए नक्सली आप्स डीएसपी और बयानार DSP सतीश भार्गव ने बताया कि 12 और 13 अगस्त की रात 10 से 12 वर्दी धारी नक्सली बयानार थाना क्षेत्र के रेंगागोदी गांव पहुंचे हुए थे। उन्होंने गांव के कोटवार धर्मदास बघेल पर पुलिस मुखबिर का आरोप लगाते हुए उसकी निर्मम हत्या कर दी।
क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों से नक्सलियों में बौखलाहट
DSP सतीश भार्गव ने दावा किया है कि क्षेत्र में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं, जिससे नक्सली बौखलाहट के साथ बैकफुट पर है। अपनी बौखलाहट के चलते उन्होंने उपस्थिति दर्ज कराते हुए इस कायराना हरकत को अंजाम दिया है। सतीश भार्गव का कहना है कि, कोटवार धर्मदास का शासकीय कार्य के चलते कोण्डागांव जिला मुख्यालय आना जाना लगा रहता था। इस पर पुलिस मुखबिर होने का निराधार आरोप लगाया गया है। धर्मदास का पुलिस मुखबारी होने से कोई लेना-देना नहीं था। साथ ही उन्होंने कहा कि, घटना के बाद पुलिस की गस्त और एरिया डोमिनेशन की कार्रवाई तेज कर दी गई है।
पहले भी धमकी दे चुके है नक्सली
ग्रामीणों के मुताबिक ग्राम कोटवार धर्मदास बघेल का कोण्डागांव जिला मुख्यालय आना जाना लगा रहता था। धर्मदास बघेल पिछले कई दिनों से नक्सलियों के निशाने पर था। नक्सलियों को शक था कि कोटावार पुलिस के लिए काम करता था। साल 2013-14 में नक्सलियों ने धर्मदास बघेल पर नक्सली मुखबिर होने का आरोप लगाकर उसे चेतावनी दी थी। पर्चे के अनुसार, घटना की जिम्मेदारी बयानार क्षेत्र में सक्रिय भारत की कम्युनिस्ट पार्टी बयानार एरिया कमेटी ने जिम्मेदारी ली है।