संजय गुप्ता, INDORE. सुपरस्टार सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली हुई है। इसी के चलते सलमान ने अपनी सिक्यूरिटी को भी बड़ा दिया है। अब इंदौर पुलिस ने ताजा खुलासा इस गैंग के हथियार सप्लायर को लेकर किया है। इंदौर पुलिस ने राजेंद्र बरनाला को दबोचा है। जो इस गैंग के साथ देशभर की गैंग को हथियार सप्लाई का काम करता है। इस काम में राजेंद्र का भाई नरेंद्र भी शामिल है।
केवल 16 साल की उम्र में आ गया था धंधे में
दोनों भाई लॉरेंस बिश्नोई और उसकी गैंग को कई बार अवैध हथियारों के खेप सप्लाई कर चुके हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी राजेंद्र उर्फ प्रीतम (26 साल) दस साल से ये काम कर रहा है। यानी उसने 16 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में दस्तक दे दी थी। राजेंद्र को कई राज्यों की पुलिस पकड़ चुकी है। वह जेल से छूटने के बाद फिर अवैध हथियार बेचने लगता है।
सभी सेंधवा निवासी हैं भाई
पुलिस ने राजेंद्र पिता प्रीतम सिंह बरनाला उम्र 26 साल को उसके चचेरे भाई बादल पिता धर्मसिंह बरनाला, साथी राजेश उर्फ राजू पिता कैलाश वर्मा, सिद्धांत उर्फ बंटी पिता राधाकृष्ण सभी निवासी सेंधवा को गिरफ्तार किया गया है। उनके मुखबिर बलवंत सिंह पिता अंबन सिंह जुनेजा निवासी द्वारकापुरी को भी पकड़ा है। बलवंत आरोपी राजेंद्र का साला है।
विश्नोई गैंग के साथ खालिस्तान से भी संबंध, इंटरनेट से करता था संपर्क
आरोपी राजेंद्र नीमच और अन्य इलाकों में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियों में भी काम कर चुका है। आरोपी का खालिस्तानियों और बिश्नोई गैंग से कनेक्शन सामने आ चुका है। गिरोह का मुखिया राजेंद्र सिकलीगर है और वो सेंधवा और बड़वानी से हथियार खरीदकर दिल्ली के माफिया, गैंगस्टर्स को सप्लाई करता था। आरोपी राजेंद्र ने लॉरेंस बिश्नोई को भी हथियार सप्लाई किए हैं। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसावाला की हत्या का मास्टरमाइंड लारेंस बिश्नोई है। आरोपी राजेंद्र, इंटरनेट के माध्यम से गैंगस्टर्स बिश्नोई से संपर्क करता था।
दोनों भाई खरगौन में बनाते हैं हथियार
राजेंद्र का भाई नरेंद्र जो खरगौन में है। दोनों भाई मिलकर खरगौन में हथियार बनाते हैं और देश के अलग-अलग राज्यों में गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकियों को बेचते हैं। सालों से आरोपी राजेंद्र खालिस्तानी आतंकियों के टच में हैं। पंजाब में इसने हथियार सप्लाई किए हैं। कई बड़े गैंग जैसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग, दिल्ली के गैंग को हथियार सप्लाई किए। अलग-अलग राज्यों में ये एक महीने में औसतन 100 से 125 हथियार सप्लाई करते हैं।
आरोपी की गैंग हथियार निर्माण सहित चोरी-नकबजनी की घटना में शामिल
डीसीपी जोन-4 आरके सिंह ने बताया कि अभी तक की पूछताछ और जानकारी में ये पता चला है कि राजेंद्र और इसका भाई खरगोन के रहने वाले हैं और वहां कट्टे और कारतूस बनाते थे और हथियारों को अलग-अलग जगहों पर बेचते थे। करीब डेढ़-दो साल पहले दिल्ली की स्पेशल ब्रांच ने आरोपी राजेंद्र को दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किया था। तब इसके पास से 18 पिस्टल और 60 कारतूस बरामद किए थे। उस समय जब दिल्ली पुलिस ने इनसे पूछताछ की थी और इसने तब बताया था कि कुछ खालिस्तानी एक्टिविस्ट लॉरेंस बिश्नोई का दिल्ली पुलिस ने नाम लिया था और नार्थ इंडिया के गैंगस्टर्स को ये हथियार और कारतूस सप्लाई करता
नार्थ इंडिया के कई गैंगस्टर से जुड़े हुए हैं
नार्थ इंडिया के कई गैंगस्टर्स को आरोपी राजेंद्र अवैध रूप से हथियार सप्लाई करता रहा है। सोशल मीडिया पर ये लोग हथियार बेचने के बारे में जानकारी निकालते थे। दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए ही इन लोगों तक पहुंची थी। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।